- Story name – you are my रॉकस्टार
- ये कहानी है ऐसी लड़की की जिसे हो जाता हैं आसमान के सितारे से प्यार…..चाहत प्यारी सी मासूम लड़की जिसका सपना है । अपनी आवाज से हर किसी का दिल जीतना। वो अपनी आवाज को अपनी पहचान बना चाहती है। “पर उसके पापा को ना ही गाना और ना ही गाने वाले लोग पसंद है। इसलिए ना चाहते हुए भी चाहत को ये सपना छोड़ अपने पापा की बात माननी पड़ती हैं। चाहत अपनी कॉलेज की पढ़ाई के लिए आती हैं मुंबई और मिलती हैं दा रॉकस्टार कृषगं सिंह राठौड़ से जिसकी आवाज में जादू था। दिखने में इतना हैंडसम कोई उसे देखें तो देखता ही रह जाए। और कुछ हाल ऐसा चाहत का भी था। कृषगं को देख उसे हो जाता हैं उससे पहली नजर वाला प्यार….!!! वही कृषगं के लिए प्यार मोहब्बत सिर्फ शब्द है जिनके नाम पर लोगों को बेवकूफ बनाया जाता है। जहां कृषगं आसमान का चमकता हुआ सितारा है वहीं चाहत जमीन से उसे देख प्यार करने वाली सिंपल सी लड़की …! तो कैसे होगा इनका मिलना जानने के लिए पढ़िए मेरी कहानी you are my रॉकस्टार…!!!
- Chapter no. 1
बड़े से हॉल के स्टेज में खड़ा 25 साल का लडका जिस पर लाइट की हल्की हल्की रोशनी पड़ती है। हर तरफ अंधेरा। हर किसी की नजर स्टेज में खड़े लड़के पर है।।
जोर जोर से हूटिंग हो रही है। तभी सॉन्ग की आवाज सुन सभी शांत हो जाते।।।
सॉन्ग के चलते ही लाइट जलती है और स्टेज पर खड़े लड़के पर जाति है जिसे देख जोर जोर से हूटिंग होने लगती है। लडके के चहरे पर तुझी स्माइल आती है और वो आगे आते हुए गाता है….!!!!!!
आप जैसा आप जैसा यार मुझे चाहिए ।। आपकी मोहब्बत और प्यार मुझे चाहिए
छेड़ के तराने दिल यू ही बहलाऊ, आपके लिए ही सारी जिंदगी मै गाऊ…!
आपका मै आपका सितारा आआ….!!!!! आपका मै आपका सितारा
आप जैसा आप जैसा यार मुझे चाहिए ।। आपकी मोहब्बत और प्यार मुझे चाहिए
आपके ख्याल सारे आपकी की ही चाहते, मेरे सारे गीत यहां आपकी अमानते
जीरो से बना दे हीरो आप जिसे चाहे यहां तक लाई मुझे आपकी दुआएं…!!!
आपके नसीब ये सवारा…! आपके नसीब ये सवारा…..
आपका मै आपका सितारा…!!!!
सपनो की दुनिया में पलकों के घर में रहना है मुझे बस आपकी नजर में…!!!
मैने बनाई जगह आपके जिगर में मिली शौहरत मुझे आपके शहर में…!!!
आप सा ना कोई दिलदार….!!!!!आप सा ना कोई दिलदार…
आपने ने नसीब ये संवारा .. आपका आपका मै आपका सितारा….
आप जैसा आप जैसा यार मुझे चाहिए ।। आपकी मोहब्बत और प्यार मुझे चाहिए …!!!!!
सॉन्ग की बिट पर हर कोई झूम रहा था। वही सॉन्ग खत्म होता है हर किसी के होठों पर एक ही नाम था। कृषगं…. कृषगं…!!!
हर तरफ एक ही नाम गूंज रहा था।। कृषंग एक नजर सभी को देखता है और हाथ हिलाते हुए वहां से जाने लगता है। उसे जाते देख सभी हाथ हिला रहे थे।
हर किसी की नज़रे उसी पर थी। कृषंग के जाते ही थोड़ी देर में पूरा हॉल खाली हो जाता हैं। सभी बहुत खुश थे आखिर उनके फेवरेट रॉकस्टार की प्राफोमेंस थी।
स्पेशल फैन की डिमांड पर इस कॉन्सर्ट को रखा गया था। इसलिए आज हर तरफ कृषंग की ही कृषंग की बाते हो रही थी।। सोशल मीडिया में उसी के लिए कमेंट हो रहे थे। सभी अपनी खुशी जाहिर कर रहे थे।
की उनके रॉकस्टार ने उनके कहने पर लिए लाइव प्रोफ़ोमेंस दी थी। कृषंग सिंह राठौड़ दा रॉकस्टार जिसने बहुत छोटी सी हो उम्र में म्यूजिक को अपना सपना बना लिए और जिसे पूरा करने के लिए उसने बहुत मेहनत की..!! जिसके चलते आज वो एक फेमस रॉकस्टार है।
हर कोई उसकी एक झलक का दीवाना है । हैंडसम इतना कोई उसे देखें तो देखता ही रह जाए। पर कहते है ना चांद भले ही कितना सुंदर हो उसमें भी दाग होता है।
उसी तरह कृषंग में भी एक कमी है। उसका गुस्सा और ऐटिट्यूड जिसके चलते वो किसी से आगे से बात करना तो दूर पहले देखता भी नहीं है।
उसके लिए सबसे ऊपर उसका एटीट्यूड है फिर वो बाकी दुनिया कुछ भी नहीं। चलिए मिलते है कृषंग और उसकी फैमली में तीन लोग है।
जिनमें उसकी मां नंदिता जी जो। साधारण की जिंदगी जीना पसंद करती हैं। वही दूसरी कृषंग की छोटी बहन राही…! जो नटखट और चुलबुली है। जिसका अभी अभी 12th खत्म हुआ है।
और कॉलेज में एडमिशन हुआ है। लेकिन कॉलेज स्टार्ट होने के लिए अभी दो महीने बाकी है। इसलिए इस समय वो घर में रह कर अपना फ्री टाइम एंजॉय कर रही है।
कृषंग से आप मिल ही चुके है तो आगे बढ़ते है । प्राफोमेंस खत्म होते ही कृषंग अपने रेस्ट रूम में जाता हैं। सबसे पहले फैन के सामने बैठता है।
वो पूरी तरह पसीने से भींग चुका था। गहरी गहरी सांसे ले रहा था। डांस और म्यूजिक के बाद अक्सर ही उसके साथ ऐसा होता है। कृषगं अपनी आंखे बंद कर थोड़ी देर के लिए वही बैठ खुद को नॉर्मल करने के कोशिश कर रहा था।
तभी उसके मोबाइल की रिंग बजती है। कृषंग अपनी आंखे खोलता है और मोबाइल को उठा कर देखता है। मॉम के साथ हार्ट की इमोजी लगी हुई थी। जो स्क्रीन पर शो हो रही थी।
कृषंग खुद को शांत करते हुए फोन उठता है और स्पीकर में करते हुए बोला, ” यस मॉम…!! उधर से नंदिता जी बोली , ” बेटा तुम्हे पता है ना आज तुम्हे घर जल्दी आना है। मैने पूजा रखी है। तुम्हारे लिए।।
कृषंग घड़ी को देखते हुए बोला, ” बस थोडी देर मॉम आप बेट करिए मै आता हु।। नंदिता जी बोली, ” कृषंग तुम ठीक हो ना।
कृषंग हल्का सी स्माइल करते हुए बोला, ” मै बिल्कुल ठिक हु मॉम आप परेशान मत होगिए। मै थोडी देर में पहुंचता हूं।। इतना बोल वो फोन कट कर देता है।।
वही दूसरी तरफ नंदिता जी फोन को देखते हुए बोली, ” ये लडका भी पागल है। तभी सीढियों से उतरते हुए राही ने कहा, ” भाई नहीं दुनिया उनके पीछे पागल है। मेरे भाई तो हीरो है।
इतना बोल अपने मोबाइल को आगे करते हुए बोली, ” देखिए थोड़ी देर पहले भाई की लाइव प्रोफ़ोमेंस थी। हर तरफ उनकी ही बाते हो रही है।
नंदिता जी दूसरी तरफ मुड़ते हुए बोली, ” मुझे ये सब नहीं देखना ये सब कुछ दिन का दिखावा है। और तुम और कृषगं जितना इन सब से दूर रहो तुम दोनो के लिए उतना ही अच्छा होगा।
जब तक कृषगं का कॉलेज चल रहा है सिर्फ तभी तक के लिए ये सब है। ये लास्ट ईयर है जैसे उसका कॉलेज खत्म होगा अपने वादे के मुताबिक वो ये सब छोड़ अपने बिजनेस पर फोकस करेगा।
इसलिए तुम भी इन सब को इग्नोर करो। रही नंदिता जी की बातो को सुन बोली, ” मां आप गलत कर रही है भाई को म्यूजिक पसंद है। आप उन्हें ये सब छोड़ने के लिए मजबूर कैसे कर सकती हैं।।
वो सबसे कम एज में इतने बड़े सक्सेस फुल रॉकस्टार है। उनके लाखों फैन है जो उनकी आवाज सुनने के लिए कुछ भी करने को तैयार है। फिर आप उन्हें क्यों रोक रही है।
नंदिता जी गुस्से से बोली, ” तुम भूल सकती हो पर मै नहीं इसी नेम और फ्रेम की वजह से तुम्हारे डैड आज हमारे साथ नहीं है।
दुनिया उनकी भी दीवानी थी। हर कोई उनके लिए पागल था पर क्या हुआ जब उनके साथ गलत हो रहा था । इस दुनिया ने उनका साथ नहीं दिया। आरे उनके मरने पर उन्हीं को कायर और बुजदिल करार दे दिया।
जानती हो उन्हें ऐसा बनाने वाली ये दुनिया ही और उनके मरने की वजह ही ये दुनिया थी। इसलिए मै नहीं चाहती कृषगं भी उस रास्ते जाए। उसे रोकने के लिए मुझे जो सही लगेगा मै वही करूंगी।
चाहे फिर कृषगं मुझे अपना दुश्मन क्यों ना समझे। राही नंदिता जी की बातो को सुन बोली, ” मां जरूरी तो नहीं जो डैड के साथ हुआ भाई के साथ हो।
नंदिता जी गहरी सांस लेती है और बोली, ” क्या होगा क्या नहीं ये ना मुझे पता है और ना किसी और को मुझे सिर्फ इतना पता है। मुझे किसी भी तरह अपने बेटे को इन सब से दूर रखना है।।
इतना बोल नंदिता जी वहां से चली जाति है। वही दूसरी तरफ सतना छोटे से शहर की प्यारी सी लड़की जिसके सपने आसमान को छूना चाहते हैं।।
पर कहते है ना जरूरी नहीं हम जो सोचे अक्सर वही हो। इसी तरह चाहत जिसका सपना है सिंगर बनाना पर उसके पापा को बिल्कुल नहीं पसंद गाना…! जो सरकारी स्कूल के टीचर है। वो अपनी तरह अपनी बेटी को भी टीचर बनाना चाहते हैं।
अरविंद सिंह जो चाहत के पापा है। जो बहुत ही साधारण सा जीवन जीना पसंद करते है।। वही चाहत थोड़ी अलग है । चाहत 12th कंप्लीट कर आगे की पढ़ाई मुंबई से करना चाहती है।
सतना और मुंबई के बीच खड़े है चाहत के पापा पर चाहत की जिद के आगे उन्हें भी झुकना पड़ा ना चाहते हुए भी उहोंने चाहत का एडमिशन मुंबई जैसे बड़े शहर में करा दिया।
और कल चाहत को मुंबई आना है अपने कॉलेज के लिए जिसकी तैयारी के लिए वो अपनी बेस्ट फ्रैंड जया के साथ शॉपिंग कर रही हैं। दोनो बहुत खुश थी। चाहत को देखते हुए जया बोली, “यार तुम जा रही हो पर तुम्हे लगता है तुम अपना सपना पूरा कर पाओगी।
चाहत मुस्कुराते हुए बोली, ” हा क्यो नहीं तुम्हे मुझ पर शक है। जया उसे देखती है और बोली, ” शक तो नहीं पर अरविंद अंकल को जितना मैं जानती हूं मुझे लगता नहीं वो मानेंगे।।
चाहत मुस्कुराते हुए बोली, ” मुझे पता है । पापा नहीं मानेंगे पर मैने सुना लड़कियों के सपने और ख्वाइशों को दो ही लोग पूरा कर सकते हैं।
पहले उनके पापा जो उन्हें सपने देना सीखते हैं। और उन्हें पूरा करने की सही दिशा बताते हैं। और दूसरा…!! इतना बोल चुप हो जाती है।
जया उसे देखती हुए बोली, ” दूसरा कौन…!? नियति हल्का सा मुस्कुरा देती हैं और बोली, ” वो शख्स जिससे हम प्यार करते हैं। फिर शादी करते हैं।।
जो हमारे साथ हमारे सपनो ख्वाइशों और हर छोटी बड़ी बातों को अपनाता है। और हमारी ताकत बन हमारे साथ चलता है। चाहत की बातों को सुन जया बोली, ” तुम्हारे कहने का मतलब क्या है।।
चाहत मुस्कुरा देती है और बोली, ” मतलब तो सिंपल सा है। मुझे किसी से प्यार हो जाए और वो मेरे सपनों को पूरा करने में मदद करे।
चाहत की बातों को सुन जया बोली, ” कैसे तुम इतना दूर का कैसे सोच लेती हो। तुम अभी सिर्फ अठारह साल की हो। और तुम शादी के बारे में सोच रही हो। नियति जया घूरते हुए बोली, ” अठारह नहीं उन्नीस साल की हु मै पिछले हफ्ते ही उन्नीस की हुई हु। इसलिए मुझे छोटा समझना बंद करो।
मै अब बड़ी हो चुकी हु। और समझदार भी। जया मुस्कुराते हुए बोली, ” वो तो दिख रहा। चलो अब घर चलते है शाम होने वाली है अभी तुम्हे पैकिंग भी करना है।
रात में तुम्हारी ट्रेन है। चाहत हाथ की घड़ी को देखते हुए बोली, ” हा हा चलो पापा वेट कर रहे होंगे। दोनो ऑटो पकड़ वहां से घर के लिए निकल जाती हैं।
करीब आधे घंटे बाद दोनो घर पहुंचती है। तो देखती है अरविंद जी उन्हीं का वेट कर रहे थे। जया चाहत को बाते बोल अपने घर चली जाती हैं। चाहत अंदर आती हैं और अरविंद जी को देखते हुए बोली, ” पापा आप आज जल्दी आ गए।।
अरविंद जी चाहत को देख मुस्कुराते हुए बोले, ” मैने दो दिन की छुट्टी ले ली है। और आज हमें पैकिंग करनी थी। इसलिए जल्दी आ गया। वैसे तुम्हारी शॉपिंग हो गई।
चाहत खुश होते हुए बोली, ” हा पूरी हो। अरविंद जी बोले, ” अच्छी बात है। चलो अब बची कूची पैकिंग खत्म करते हैं। चाहत हा में सर हिला देती है।।
दोनो पैकिंग करने लगते हैं तभी चाहत बोली, ” पापा आपने आंटी से बात कर ली है। अरविंद जी बोले हा…! मैने बात कर ली है। तुम कुछ वक्त तक उनके साथ रहोगी।
और जैसे कुछ और व्यवस्था होती हैं तो मै तुम्हे बता दूंगा। शहर तुम्हारे लिए नया है नए लोग है। इसलिए अभी tumhe उनके साथ ही रहना होगा। वरना…!!! इतना बोले ही थे तभी चाहत बोली, ” पता आप मुझे नहीं भेजोगे। आप परेशान मत हो।
मै अच्छे से उनके साथ रहूंगी और अपनी पढ़ाई पर ध्यान दूंगी किसी से ज्यादा मतलब नहीं रखूंगी।। अरविंद जी चाहत की बातों को सुन मुस्कुराते हुए बोले, ” बस इतना काफी है।
चाहत हा में सर हिला देती है। अरविंद जी बोले, ” मै खाने की तैयारी करता हूं। इतना बोल किचन की तरफ चले जाते है। चाहत अभी पैकिंग खत्म करने लगती हैं।।
इस तरह वक्त बीता है।। रात हो जाती हैं। चाहत और अरविंद जी सभी को बाय कर सारा सामान ले कर रेलवे के लिए निकल जाते है।।
हर बढ़ते कदम के साथ चाहत के मन में अजीब सी बेचैनी थी जिसे महसूस कर वो अरविंद जी का हाथ पकड़ लेती हैं।। अरविंद जी चाहत को देखते हुए बोले, ” क्या हुआ बेटा।। चाहत मुस्कुराते हुए ना में सर हिला देती हैं।।
दोनो ट्रेन में चढ़ जाते हैं। अपनी सीट में बैठते हुए चाहत बाहर की तरफ देख रही थी उसकी आंखो में आंसू थे। अरविंद जी उसके सर पर हाथ रखते हुए बोले, ” तुम ठीक तो हो ना।। चाहत अरविंद जी के गोद पर सर रखते हुए बोली, ” पापा मुझे आपकी बहुत याद आएगी।।
अरविंद जी मुस्कुराते हुए बोले, ” बेटा अभी तो ये पहला कदम है ऐसे घबराओ मत और जब भी मेरी याद मुझे कॉल करना मै तुम्हारे पास आ जाऊंगा।।।
चाहता हा में सर हिला देती हैं। लेटे हुए चाहत की आंख लग जाती हैं। और मुंबई के लिए ट्रेन चल देती हैं।
नेस्ट episode me।।।
क्या चाहत को मिलेगा उसका प्यार जानने के लिए पढ़ते रहिए।