Episode 2
अधीर और कहर पेड़ पर नेट के जाल में लटके हुए थे और वो हैरानी से उस लड़के को देखे जा रहे थे, जो अभी एकदम से इनके और गुंडों के बीच आ गया था।
लम्बी कदकाठी वाले इस लड़के पर हॉकी पकड़े हुए दुश्मन गैंग के एक आदमी ने जैसे ही हमला करना चाहा, उस लड़के ने तूफ़ान की फुर्ती से खुद को सम्भालते हुए हॉकी छीना और एक के बाद एक सबकी धुनाई करने लगा।
अधीर जाल में फंसा हुआ उस लड़के को देखते हुए कहर से बोला- “छोटी कौन है ये, कहीं तेरा कोई चाहने वाला तो नहीं, जो तुझे बचाने आ गया!”
“क्या भाई आपको ऐसी सिचुएशन में भी मेरी खिंचाई करनी होती है, मुझे क्या पता कौन है ये?”
कहर की ये बात सुन अधीर बोल पड़ा- “खैर जो भी हो, हमारी मदद कर रहा है तो अच्छा इंसान ही होगा।” इतना कहने के बाद अधीर चिल्लाते हुए नीचे देख के बोला- “अरे भाई ज़रा हमें इस जाल से बाहर निकालो तो हम भी तुम्हारा साथ दें इन गुंडों के साथ दो-दो हाथ करने में।”
ये सुनते ही उस लड़के ने एक आदमी के हाथ से गन ली और पेड़ पर लटकी रस्सी पर फायर कर दिया, जिससे कहर और अधीर तेजी से जाल सहित ज़मीन की तरफ आने लगे। तभी वो लड़का जाल को अपनी बाजुओं में पकड़ने के लिए तेजी से दौड़ा। पर दो लोगों का भार इतना था कि वो अधीर और कहर सहित ज़मीन पर गिर गया। कहर तो सीधे उस लड़के के ऊपर ही गिरी हुई थी। दोनों की थोड़ी देर के लिए नज़रें मिलीं, तभी दुश्मन गैंग का एक आदमी उन पर हमला करने आया तो अधीर चिल्ला पड़ा- “कहर बचो।”
ये सुनते ही उस लड़के ने कहर को बाजुओं से पकड़ते हुए साइड किया और उस आदमी के पेट में एक ज़ोरदार मुक्का जड़ दिया। अब तक जाल की रस्सी ढीली हो चुकी थी तो अधीर जल्दी से बाहर निकला और उसने कहर को भी निकाल लिया।
वो लड़का कहर की तरफ एकटक देखते हुए उसके पास आया और उसने उसे गोद में उठा लिया। ये सब इतनी जल्दी हुआ कि किसी को कुछ समझ नहीं आया। पर कहर एकदम ज़ोर से चिल्लाई- “how dare you ? मुझे नीचे उतारो।” पर उस लड़के ने एक नहीं सुनी और उसने कहर को ले जाके जिप्सी में बैठा दिया, और पलट कर गुस्से में बोला- “Don’t move ..”
इतना कह कर वो लड़का वापस अधीर की तरफ आके उन आदमियों पर बरस पड़ा। अधीर भी ये सब बड़ी हैरानी से देख रहा था, पर उस वक़्त उसे उन गुंडों से निपटना ज्यादा जरुरी लगा तो उसने कोई रियेक्ट नहीं किया, और वो भी वापस उन आदमियों को मारने लगा।
पर जिप्सी में बैठी हुई कहर उस लड़के को गुस्से से देख रही थी। आज तक कहर प्रताप सिंह को किसी ने ऐसे ऑर्डर नहीं दिया था। कहर ने गुस्से में मन में सोचा- ” इसकी इतनी हिम्मत की मुझे आर्डर देगा, है कौन ये !!”
ये सब सोचते हुए कहर का दिमाग खराब हो रहा था लेकिन वो कुछ करती, उसके पहले ही उसके सामने दुश्मन गैंग के दो आदमी आ गए, पर कहर ने जिप्सी से लटक कर दोनों को बहुत ही पावर से किक मार के ज़मीन पर गिरा दिया।
अब तक उस लड़के और अधीर ने भी बाकि लोगों को धराशायी कर दिया था। अधीर ने अधमरे पड़े एक आदमी का कॉलर कसकर पकड़ के उसे उठाते हुए पूछा- “अब बताओगे कि तुम कौन से डायरेक्शन से आए हो या तुम्हें without डायरेक्शन पोस्ट कर दूं।”
ये सुनकर वो कांपते हुए बोला- “वो मुझे राज माल्या ने भेजा है, वो आज आपकी इंपॉर्टेंट मीटिंग है ना शाम को।”
उसने इतना ही कहा था तो अधीर ने उसे वैसे ही धकेल दिया। वो आदमी उठकर वहां से भागने लगा तो उस लड़के ने ये देखते हुए अधीर से पूछा- “इन्हें जाने क्यों दिया?”
ये सुनकर अधीर मुस्कुराते हुए बोला- “दुश्मन को मारने से अच्छा है उसे परेशान और डिप्रेस्ड कर दो। देखो बाकि सब तो ढेर हो गए हैं। पर इनके बॉस तक इनकी हार की खबर तो किसी ना किसी को पहुंचानी पड़ेगी ना। और वैसे भी ये सुन कर वो इसे वैसे ही मार देगा।”
ये सुनकर वो लड़का हल्के से मुस्कुरा दिया और बोला- “चलो अब मैं चलता हूं। आप लोग अपना ध्यान रखियेगा।”
ये सुनते ही अधीर ने उसे रोकते हुए कहा- “अरे ऐसे कैसे चल दिए, शुक्रिया तो अदा करने दो भाई।” इतना कह कर अधीर उसे गले लगाने को हुआ तभी कहर एकदम से बीच में आके बोली- “भाई don’t ! कोई जरुरत नहीं है। हेल्प करके कोई तोप नहीं मार ली इसने।”
ये सुनकर अधीर ने कहर को आंख दिखाते हुए कहा- ” छोटी, जान बचाई है इसने हमारी ! एक थैंक्स तो बनता है ना। तुम्हें भी बोलना चाहिए।”
ये सुनकर कहर ने तिरछी नजरों से उस लड़के को देखा और फिर वैसे ही एटिट्यूड के साथ बोली- “कहर किसी को थैंक्स और सॉरी नहीं बोलती।”
तभी वो लड़का बीच में बोल पड़ा- “अरे भाई रहने दीजिये, कोई फॉर्मेलिटी की जरुरत नहीं। मेरे सामने कोई मुसीबत में होता है तो मैं उनकी हेल्प करने से खुद को रोक नहीं पाता।”
फिर वो लड़का थोड़ा सा आगे आया और कहर को देखते हुए टेडी मुस्कान के साथ बोला- “छोटी!! नाइस नेम, वैसे जितनी खूबसूरत तुम हो उतना ही तुम्हारा एटिट्यूड भी है ! I like it .. but I can’t fight with यू छोटी ..”
“हे डोंट कॉल me छोटी। वरना।” इतना कह के वो गुस्से में उसे मारने के लिए बढ़ी तो अधीर ने उसका हाथ पकड़ लिया।
“दोस्त मैं इसकी तरफ से भी थैंक यू और सॉरी बोलता हूँ, माय नेम इस अधीर प्रताप सिंह, तुम्हारा नाम क्या है?” इतना कहते हुए अधीर ने उसकी तरफ हाथ मिलाने को बढ़ाया, तभी उस लड़के के फ़ोन पर किसी कॉल आ गया, जिसे देखते ही वो एकदम से बोला- “सो सॉरी, मुझे एक जगह अर्जेन्ट पहुंचना था, मैं भूल गया था। ओके नाइस तो मीट यू मिस्टर अधीर एंड छोटी।”
कहर की गुस्से में भौहें तन गयी। पर अधीर एकदम से बोला- “अरे अरे रुको तो, मैं ड्राप कर देता हूँ तुमको जहाँ भी जाना है।”
पर वो लड़का नहीं रुका, और तेजी से जाते हुए बोलता गया- “No I will manage..bye”
लगभग 6.2 इंच हाइट का ये लड़का, दिखने में काफी अट्रैक्टिव था, मसल्स भी काफी अच्छे थे, परफेक्ट jaw लाइन थी फेस पर, sharp nose और भूरी आंखें, जिसमें वो बहुत ही हैंडसम लग रहा था लेकिन उसने एक नॉर्मल सी ब्लैक शर्ट और ग्रे पेंट पहन रखी थी जो कि उन गुंडों से लड़ाई करते हुए थोड़ी सी गंदी हो गई थी, वो बार-बार अपनी शर्ट और पैंट को अपने हाथों से साफ करते हुए वहां से पैदल चले जा रहा था।
यहाँ अधीर के एक आदमी ने अब तक गाड़ी का टायर चेंज कर दिया था। अधीर ने उससे कहा- “अपने साथी को गाड़ी में डालो और बाकि इन दुश्मन टीम के घायल लोगों का क्या करना है वो तुम्हें पता है, अभी चलो।”
वो लोग जल्दी से जिप्सी में बैठे और वहां से जाने लगे। कहर की नजरें अभी भी उस लड़के को गुस्से में घूरे जा रही थीं। तभी चलते चलते अचानक ही वो लड़का पलटा और मुस्कुरा कर उसे एक आंख मारते हुए आगे निकल गया।
***
कुछ ही वक्त में अधीर और कहर दोनों ही प्रताप मेंशन पहुँच गए थे।
अंदर हॉल का नज़ारा देख कर कहर के होश ही उड़ गए। जहां पर एक लड़का और उसके मम्मी पापा बैठे हुए थे, तभी एकदम से कहर की एंट्री हुई, तो अखंड जी खड़े होकर बोले- “ये रही हमारी बेटी कहर प्रताप सिंह।”
कहर ने इस वक्त एक ब्लैक शर्ट, उसके ऊपर ब्लैक शाइनिंग जैकेट और ब्लैक शाइनिंग पैंट पहन रखी थी, उसे देखकर ऐसा लग रहा था कि बस वो किसी का खून करके चली आ रही थी। उसे देखकर ही लड़का थोड़ा सा खड़ा हुआ लेकिन उसकी खूबसूरती देखकर वो फिर से बैठ गया।
सेंटर टेबल पर काफी सारी डिशेस सजी हुई थीं- भजिये, दही कचोरी, गुलाबजामुन, के साथ साथ और भी बहुत कुछ। कहर जल्दी से सोफे के पास आयी और अपनी बैक पॉकेट से गन निकाल के उसे पकड़े हुए उन सबके सामने बैठ गई।
ये देखकर वो लड़का एकदम से घबरा गया, वहीं अखंड जी, कहर को आंखें दिखा रहे थे लेकिन कहर को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ा, उसने दूसरे हाथ से भजिया उठाया और खाने लगी, लड़के के साथ-साथ उसके मम्मी पापा भी काफी डर गए थे।
भजिया मुंह में जाते ही कुछ ज्यादा ही स्पाइसी लग रहा था उसे, लेकिन कहर को स्पाइसी खाना बहुत पसंद था।
फिर भी वो खड़ी हुई और गुस्से में बोली- “किसने बनाया है?”
ये सुनकर बरखा जी कुछ कहती उसके पहले एक सर्वेंट भागते हुए आया और उसने सर झुका लिया, कहर ने गुस्से में उसे देखा और बोली- “मेरे होने वाले in law’s को ये खिलाओगे ?”
इतना कह कर उसने फिर दूसरे सर्वेंट को देखते हुए कुछ इशारा किया। उसका इशारा पाते ही वो सर्वेंट भागते हुए अंदर गया और रेड चिली पाउडर लेकर आ गया।
कहर के होठों पर एक तीखी स्माइल आ गयी, उसने रेड चिली पाउडर अपने हाथों में लिया और पूरा उस नौकर के मुंह पर मल दिया, जिसने की वो भजिए बनाए थे, फिर उसे धकेल दिया।
ये देखकर लड़के वाले एकदम से घबरा गए, वहीं बरखा जी, अखंड जी, सब कहर को शांत रहने का इशारा कर रहे थे, पर कहर लड़के वालों की तरफ पलट कर बोली- “कहर के सामने जो गलती करेगा उसे पनिशमेंट जरूर मिलेगी।”
ये सब देख कर सभी हैरान थे, तभी अखंड जी खड़े होकर बोले- “एक्चुअली क्या है ना कि मेरी बेटी कभी-कभी ज्यादा गुस्सा करती है, बहुत प्यार से इसे बड़ा किया है तो कर देती है कभी कभी ऐसा ।”
ये सुनकर वो सब थोड़ा सा शांत हुए, तभी कहर ने पलट कर अधीर को देखा और आँखों से ही उसे गुस्से से देख कर इशारा किया कि वो पापा से बात करे, वरना वो और ज्यादा आफत मचाएगी और फिर चाह कर भी कोई रोक नहीं पाएगा।
उसका इशारा पाकर अधीर थोड़ा सा घबरा सा गया, अखंड जी अपनी बात आगे बढ़ाने को हुए ही थे कि तभी अधीर ने धीरे से उनके कान में कुछ कहा। अधीर की बात सुनने के बाद अखंड जी सीरियस होकर लड़के वालों को देखने लगे ।
फिर वो एकदम से खड़े हो गए और अपने दोनों हाथों को पीछे कर के एटिट्यूड के साथ बोले- “फिलहाल मैं अपनी बेटी की शादी नहीं करना चाहता हूं please leave ..”
“ए जी, ये क्या बोल रहे हैं आप !!” बरखा जी इसके आगे कुछ बोल पातीं, अखंड जी ने हाथ के इशारे से उन्हें रोक दिया।
परिवार के बाकि लोग और लड़के वाले सभी शॉक्ड होके अपनी जगह पर खड़े हो गए थे।
कोई कुछ और कह पाता उसके पहले अधीर बीच में बोल पड़ा- “प्लीज लीव ..”
लड़के के माँ बाप के चेहरे पर अब थोड़ा गुस्सा था, पर किसी के मुंह से कोई शब्द नहीं निकला और वो लोग वहां से चले गए।
उनके जाते ही अखंड जी ने कहर की तरफ देखा और गुस्से में बोले- “ये मत समझना कि तुम बच गयीं, ये नहीं हुई तो क्या हुआ, तुम्हारी शादी मैं जहां कहूंगा वहीं होगी, and this is my last decision..”
ये सुनकर कहर मुस्कुरा कर बोली- ” will see dad ..”
तभी अखंड जी के मोबाइल पर ऑफिस से कॉल आया, तो फ़ोन पर बात करने के बाद वो कहर को गुस्से में देखते हुए अपनी पत्नी बरखा जी से बोले- ” मैं ऑफिस जा रहा हूँ, एक इंपोर्टेंट मीटिंग है। इसको देखते रहना फिर कोई भूकंप ना ले आये।”
ऐसा कह कर वह निकल गए।
उनके जाते ही कहर आराम से सोफे पर पैर फैला कर बैठ गई और एक एप्पल उठा कर मजे से खाने लगी।
वहीं बरखा जी ने जब उसे ऐसे देखा तो अधीर की तरफ देखते हुए बोलीं- ” इतना अच्छा रिश्ता था लेकिन नहीं आधे तो इसके कांड की वजह से भाग जाते हैं और आधे तेरी वजह से, तुम लोग चैन से नहीं रहने दोगे।”
ऐसा कहते हुए बरखा जी ने अधीर के कंधे पर एक हाथ मार दिया।
अधीर अपने आपको उनसे थोड़ा दूर करते हुए बोला- “माँ राज माल्या के आदमी थे वो, उसका बनाया हुआ माया जाल था ये, मेरी छोटी को ऐसे कैसे फंसने देता मैं।”
ये सुनकर बरखा जी और मीना जी के साथ कहर भी अधीर को हैरानी से देखने लगी और फिर वो गुस्से में अधीर से बोली- “आपने पहले क्यों नहीं बताया भाई, ऐसा बैंड बजाया होता कि सात पुश्तें शादी के लायक ना बचतीं।”
ये सुनकर मीना जी, कहर को देखते हुए बोली- “अरे कभी तो लड़कियों की तरह गुस्सा कर लिया कर।”
“अरे गुस्सा, गुस्सा होता है, आप लोग भी ना, भाई चलो अभी वो लोग ज्यादा दूर नहीं गए होंगे, बैंड बजा के आते हैं उनकी।”
कहर बौखलाते हुए दरवाजे की तरफ बढ़ के बोली, तभी अधीर ने उसका हाथ पकड़ लिया और बोला- ” छोटी, तेरा भाई सज़ा दे चूका है, अब तक तो मेरे आदमियों ने काम भी कर दिया होगा, तो तू शांति से घर पर बैठ अब। “
ये सुनकर बरखा जी और मीना जी ने अपना सर पकड़ लिया, और वहां से अपने अपने रूम में चली गयीं।
***
कुछ वक्त बाद कहर अपने कपड़े चेंज करके कहीं बाहर जाने के लिए जैसे ही बाहर गाड़ी का डोर ओपन करने लगी तभी अधीर ने सामने आके रोकते हुए पूछा- “where are you going छोटी?”
कहर ने गाड़ी में बैठते हुए स्टाइल से कहा- “सॉरी bro it’s my drive time ..”
इतना कहकर कहर मुस्कुराते हुए गाड़ी स्टार्ट करके स्पीड में वहां से निकल गई। अधीर ने अपने दो बॉडीगार्ड्स को इशारा किया तो वो लोग भी बाइक से कहर के पीछे चल दिए।
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वहीं दूसरी तरफ वो लड़का जिसने की अधीर और कहर की जान बचाई थी वो अपना जरुरी काम फिनिश करके कार ड्राइव करते हुए कहीं जा रहा था। कुछ दूर चलने के बाद उसके सामने एक सकरा पुल आया, जिस पर एक बार में एक ही कार जा सकती थी, वो पुल पर कार चढ़ाने ही वाला था कि तभी पुल के दूसरी तरफ एक जिप्सी तेजी से आके रुकी। इस लड़के की नज़र जैसे ही जिस्पी की ड्राइविंग सीट पर गयी तो उसके होठों पर एक तीखी मुस्कान आ गयी क्योंकि पुल के दूसरी तरफ कहर की गाड़ी थी। और पीछे थोड़ी दूर पर वो दो बॉडीगार्ड्स बाइक में खड़े थे।
कहर और वो लड़का, दोनों ही एक-दूसरे को लुक देते हुए एक पैर ब्रेक पर रखे और दूसरे पैर से एक्सीलेटर को दबा के अपनी अपनी गाड़ी को रेस देने लगे।
कहर मन ही मन खुद से बोली- “शायद इसे पता नहीं है कि ये किसके शहर में खड़ा है।”
वो लड़का भी बड़बड़ाते हुए बोला- “शायद तुम्हें नहीं पता मिस छोटी कि तुम किस से पंगा लेना चाहती हो। “
अब ये देखना दिलचस्प था कि किसकी कार उस पुल से गुजरने वाली थी।
दोनों ही अपनी अकड़ में थे, एकदम से दोनों ने गेयर चेंज किया और गाड़ी को स्पीड देते हुए स्टेरिंग को एकदम से टर्न करके कार को सिर्फ दो टायर पर कर लिया। दोनों की गाड़ी के अब दो टायर ज़मीन पर और दो पुल के साइड के दोनों तरफ के पाइप वाली बाउंड्री पर थे, अब दोनों ने ही स्पीड बढ़ा ली और दोनों ही कब एक झटके में पुल के अलग अलग तरफ पहुँच गए उन्हें पता ही नहीं चला क्योंकि दोनों ड्राइव करते टाइम एक दूसरे की आँखों में घूर रहे थे। कहर और उस लड़के दोनों की आंखों में आग थी।
कहर ने ब्रेक मारा और बाहर निकलते हुए उस पर चिल्लाई- “ओ हेलो, हिम्मत कैसे हुई कहर प्रताप सिंह के सामने अपनी कार लाने की?”
ये सुनकर वो लड़का अपनी एक आईब्रो उठाकर अपनी कार से स्टाइल से बाहर निकलते हुए तेज आवाज़ में बोला- “what do you mean कहर प्रताप सिंह? इस पुल पर तुम्हारा नाम लिखा है क्या! देखो बहुत बकवास कर ली तुमने, तुम जानती नहीं हो मुझे, ये दहक आग का दहकता हुआ गोला है।”
“क्या कहा, फिर से बोलना- दहक !!!! तुम्हारा नाम दहक है ! हा हा। “
“यस मिस छोटी, जल जाओगी, इसलिए दूर रहो मुझसे।”
ये सुन कहर तिलमिला के बोली- “अच्छा, मैं भी तो देखूं, क्या कर लोगे तुम।” इतना कह कर कहर गुस्से में उसकी तरफ बढ़ी, अब तक दहक भी कहर की गाड़ी के पास आ चूका था। उसने एकदम से कहर के दोनों हाथों को पकड़ लिया और उसके पीठ से लगाकर मोड़ के कसकर अपने करीब खींच लिया और फिर उसके होठों को धीरे से अपने होठों से छू लिया।
उसके ऐसा करते ही कहर की आंखें बड़ी हो गयीं। “Hey You ,, ” उसने दहक को धक्का दिया और फिर जैसे ही उसे मारने के लिए आगे बढ़ी तभी उसका मोबाइल रिंग करने लगा। कहर ने जैसे ही अपना हाथ बढ़ा कर दहक का कॉलर पकड़ने की कोशिश की उसके पहले ही उसका फोन बजने लगा।
स्क्रीन पर नाम देखकर कहर ने बस आँखों से ही दहक को वार्न किया और जल्दी से कार में बैठ कर वहां से निकल गई।
गार्ड काफी दूर थे जिस से उन्हें नजर नही आया की कहर और दहक के बीच क्या हुआ था ? तो वो भी कुछ रिएक्ट नही कर पाए ।
कहर वहां से गई तो उसके जाते ही उसके पीछे उसके बॉडीगार्ड भी जल्दी से निकल गए।
दहक उनको जाते हुए तिरछी मुस्कान के साथ देखे जा रहा था।
***
इधर दूसरी तरफ थोड़ी देर ड्राइव करने के बाद कहर ने अपनी जिप्सी एक नॉर्मल से घर के बाहर लाके रोकी, और जल्दी से घर के दरवाजे पर जाके डोरबेल बजाने लगी। उसके बॉडीगार्ड्स भी अब तक उस घर के बाहर आ चुके थे, और साइड में खड़े होके उसे देख रहे थे।
कुछ देर में ही दरवाजा खुला तो सामने एक बहुत ही हैंडसम सा, लम्बी कदकाठी वाला लड़का खड़ा था। उसे देख कर कहर के होठों पर एक मुस्कान आ गई, उसने झट से उस लड़के को गले से लगा लिया।
लड़के ने भी बड़ी सी स्माइल के साथ उसे गले लगाते हुए कहा
– “I love you baby! कितनी देर कर दी आने में।”
“I love you to अक्ष डार्लिंग।”
उस लड़के ने झट से कहर को अंदर खींच लिया और दरवाजा बंद कर दिया।
वहीं ये देख कर एक बॉडीगार्ड ने किसी को कॉल लगाया और धीरे से उससे बोला- “हेलो सर एक breaking news है।”
To be continued ✍️✍️✍️
Very nice 🥰🥰