प्रोटॉन का डिवाइस किडनी रोगियों की मदद करेगा और दिल की विफलता के जोखिम को कम करेगा

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क्रोनिक किडनी रोग (CKD) और दिल की विफलता के जोखिम से जूझ रहे लोग शरीर में पोटैशियम के असंतुलन से गंभीर रूप से प्रभावित होते हैं, जो कभी-कभी जीवन के लिए खतरा भी बन सकता है। आजकल, पहनने योग्य ग्लूकोज मॉनीटर बहुत आम हो गए हैं और इसने डायबिटीज के मरीजों की ज़िंदगी में बदलाव लाया है, लेकिन पोटैशियम के स्तर की निगरानी अभी भी प्रारंभिक अवस्था में है क्योंकि इसे मापना कठिन है। इस समस्या को हल करने के लिए अब कई स्टार्टअप्स सामने आ रहे हैं।

प्रोटॉन इंटेलिजेंस एक कनाडा स्थित स्टार्टअप है जो एक निरंतर पोटैशियम मॉनीटरिंग डिवाइस विकसित कर रहा है। इसने अब $6.95 मिलियन का सीड राउंड फंडिंग हासिल किया है, जिसमें SOSV मुख्य निवेशक के रूप में शामिल है। उत्पाद के लिए क्लिनिकल ट्रायल चल रहे हैं और इसे 2025 में लॉन्च किया जाएगा।

प्रोटॉन डिवाइस कैसे काम करेगा

पोटैशियम असंतुलन शरीर में कई कारणों से हो सकता है, जैसे आहार, दवाएं, या किडनी रोग। जब पोटैशियम का स्तर सुरक्षित सीमा से बाहर जाता है, तो यह गंभीर परिणाम दे सकता है, जैसे अचानक कार्डियक अरेस्ट। प्रोटॉन इंटेलिजेंस का उद्देश्य उन मरीजों के लिए एक समाधान प्रदान करना है जो क्रोनिक किडनी रोग से ग्रस्त हैं या दिल की विफलता के जोखिम में हैं।

प्रोटॉन एक छोटा डिवाइस विकसित कर रहा है जिसे त्वचा के नीचे डाला जाएगा और यह निरंतर पोटैशियम स्तर की निगरानी करेगा। यह डिवाइस स्मार्टफोन ऐप से कनेक्ट होगा, जिससे मरीज अपने पोटैशियम स्तर को ट्रैक कर सकेंगे और अगर उनके स्तर सुरक्षित सीमा से बाहर जाते हैं, तो उन्हें सूचनाएं प्राप्त होंगी। ये सूचनाएं मरीजों को उनके आहार या दवाओं के आधार पर दी जाएंगी, ताकि वे अपने स्वास्थ्य को बेहतर तरीके से प्रबंधित कर सकें।

इसके अलावा, एक क्लिनिकल डैशबोर्ड भी होगा, जो स्वास्थ्य देखभाल टीमों को मरीज के पोटैशियम ट्रेंड्स को देखने और उनके इलाज को सही तरीके से समायोजित करने का अवसर देगा। इससे मरीजों को व्यक्तिगत रूप से बेहतर उपचार मिल सकेगा।

प्रोटॉन इंटेलिजेंस के संस्थापक

प्रोटॉन इंटेलिजेंस की स्थापना साहन रणामुखाराच्ची और विक्टर कदर्सो ने की थी। साहन रणामुखाराच्ची, जो कि वैंकूवर, कनाडा में स्थित हैं, पहले माइक्रोडर्मिक्स नामक एक त्वचा-आधारित दवा वितरण स्टार्टअप के संस्थापक थे। विक्टर कदर्सो, जो कि मेलबर्न, ऑस्ट्रेलिया में स्थित हैं, मोंश विश्वविद्यालय में माइक्रो और नैनो-सेंसर के प्रोफेसर हैं। दोनों ने स्विट्जरलैंड में बायोसेंसर पर शोध करते हुए इस स्टार्टअप को स्थापित किया।

प्रोटॉन का मुख्यालय कनाडा में है, जबकि इसके पास मेलबर्न, ऑस्ट्रेलिया में एक शोध और विकास (R&D) केंद्र है। प्रोटॉन अब अपने डिवाइस के लिए क्लिनिकल ट्रायल चला रहा है और इसे 2025 में लॉन्च करने की योजना है।

इस समस्या का समाधान

दुनिया भर में लगभग 10% आबादी क्रोनिक किडनी रोग से प्रभावित है, और कई मरीजों को उचित निगरानी और उपचार की कमी के कारण स्वास्थ्य जोखिमों का सामना करना पड़ता है। प्रोटॉन का समाधान इन मरीजों के लिए एक आसान, सटीक और किफायती तरीका प्रदान करता है, जिससे वे अपने पोटैशियम स्तर को घर बैठे निगरानी में रख सकते हैं और समय पर उपचार कर सकते हैं।

प्रोटॉन ने 100 से अधिक गहरी इंटरव्यू कीं, जिनसे यह पता चला कि पोटैशियम के स्तर की निगरानी में देरी के कारण मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने, उपचार रोकने या यहां तक कि अचानक कार्डियक मृत्यु जैसी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है। मरीजों ने इस समस्या के बारे में अपनी चिंता व्यक्त की, जैसे कि एक केला खाने या रक्त परीक्षण छूटने से उनके स्वास्थ्य पर क्या असर पड़ सकता है। प्रोटॉन का डिवाइस इस असमंजस को दूर करेगा और मरीजों को अपने स्वास्थ्य का बेहतर प्रबंधन करने की क्षमता देगा।

प्रतिस्पर्धा

हालांकि प्रोटॉन एकमात्र कंपनी नहीं है जो पोटैशियम मॉनीटरिंग टेक्नोलॉजी पर काम कर रही है। AliveCor, Alio, और Renalyse जैसी कंपनियां भी इस क्षेत्र में सक्रिय हैं। AliveCor पोटैशियम स्तर का अनुमान कार्डियक गतिविधि को पहचानकर लगाता है, जबकि Alio डायलिसिस मरीजों के लिए पोटैशियम मॉनीटरिंग करता है। Renalyse ने पोटैशियम स्तर का माप उंगली से रक्त परीक्षण द्वारा किया है। हालांकि, प्रोटॉन के संस्थापक दावा करते हैं कि उनका समाधान अधिक स्केलेबल, उपयोगकर्ता-अनुकूल और प्रभावी होगा।

साहन रणामुखाराच्ची के अनुसार, “कोई अन्य टेक्नोलॉजी इस स्तर की उपयोगिता, सटीकता और क्लिनिकल प्रभाव नहीं प्रदान करती।” प्रोटॉन का डिवाइस सरल, सटीक और सुलभ होने के कारण मरीजों के लिए एक गेम चेंजर साबित हो सकता है।

निवेश और फंडिंग

प्रोटॉन ने हाल ही में $6.95 मिलियन का सीड राउंड फंडिंग हासिल किया है, जिसमें SOSV द्वारा प्रमुख निवेश किया गया है। अन्य निवेशकों में We Venture Capital, Tenmile, LongeVC, 15th Rock, Exor, और Trampoline Venture Partners शामिल हैं। यह निवेश प्रोटॉन की टेक्नोलॉजी और उसके विकास की दिशा में विश्वास को दर्शाता है।

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