गुरुवार को, 18 वर्षीय डी. गुकेश ने विश्व शतरंज चैंपियन का खिताब जीता, और इसके साथ ही भारत का नाम गर्व से रोशन किया। हालांकि, इस जीत के बाद एक और बड़ी खबर सामने आई। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने चेकमेट की तर्ज पर इस चैंपियन को करों के मामले में एक झटका दिया है। गुकेश को 4.67 करोड़ रुपये का कर भुगतान करना होगा।
यह खबर चौंकाने वाली थी, क्योंकि शतरंज जैसे मानसिक खेल में उत्कृष्ट प्रदर्शन के बावजूद, खिलाड़ियों को करों के भारी बोझ का सामना करना पड़ता है। वित्त मंत्री ने स्पष्ट किया कि यह कर भुगतान भारतीय कर व्यवस्था के तहत अनिवार्य है और इसे छूट नहीं दी जा सकती।
भारत के युवा शतरंज खिलाड़ी डी. गुकेश की इस ऐतिहासिक जीत पर कर के इस फैसले ने सोशल मीडिया पर बहस शुरू कर दी है। कुछ लोगों का मानना है कि पुरस्कार राशि पर कर लगाना उचित है, जबकि अन्य इस पर सवाल उठा रहे हैं कि क्या यह जीत के बावजूद खिलाड़ियों के उत्साह को कम कर देता है।
फिर भी, गुकेश की कड़ी मेहनत और लगन को देखते हुए उम्मीद जताई जा रही है कि वह इस Tax को सही तरीके से चुकता करेंगे और देश का नाम और भी गर्व से आगे बढ़ाएंगे।