Billionaire’s sweet bride | Episode 4

Share

Episode 4- Marriage offer

अभी का टाइम 

माही की आँखें आंसुओं से भरी हुई थी। 

“ये लोग मुझे अपने बॉस के हवाले कर देंगे। मुझे बचाईए। मैं आपके लिए कुछ भी करूंगी।”

ये सुनकर शांतनु ने अपनी भौहें उठाईं और माही की ओर देखा। उन दो गुंडों के साथ ही  मनीष भी पहुँच गया। उनके कदम शांतनु को देखकर रुक गए। शांतनु समझ गया कि माही ठीक बोल रही थी कि वो मुसीबत में है। वो उन सभी की तरफ गुस्से में देखते हुए बढ़ने लगा। 

“क्या चाहिए?” शांतनु ने उन चारों की तरफ देखते हुए कहा। 

मनीष ने जवाब दिया,”हमें ये लड़की चाहिए।”

शांतनु ने घूमकर देखा और फिर कहा,”ले जाइए।” 

ये सुनकर माही घबरा गई। “ये आप क्या बोल रहे हैं?”

जैसे ही एक गुंडा आगे बढ़ा, शांतनु ने उसके मुंह पर ज़ोर से मुक्का मार दिया और वो गुंडा दूर जा गिरा। माही की जान में जान आई। 

शांतनु ने कोट उतारकर सोफ़े पर फेंका और अपनी शर्ट की स्लीव्स ऊपर करते हुए बोला,”और किसी को आना है?”

मनीष थोड़ा गुस्से में बोला,”तुम होते कौन हो हमें रोकने वाले?”

शांतनु गुर्राते हुए बोला,”ये क्लब मेरा है और मैं यहाँ का मालिक हूँ। और अब इससे पहले कि मेरे आदमी तुम्हारी हड्डी-पसली तोड़ते हुए यहाँ से बाहर फेंके, तीनों यहाँ से निकल जाओ।”

मनीष ये सुनकर घबरा गया और उसने एक नज़र माही पर डाली। फिर उसने अपने आदमियों से चलने का इशारा किया। सब वहाँ से उसी टाइम निकल गए। माही की जान में जान आई। 

अब शांतनु माही की ओर घूमते हुए बोला,”तो तुमने मुझसे कुछ देर पहले क्या कहा था?”

माही उसकी ओर हैरानी से देखने लग गई। वो हकलाते हुए बोली,”म– मैं कुछ समझी नहीं, सर?”

शांतनु ने कहा,”यही कि अगर मैं तुम्हें उन आदमियों से बचा लूँ तो तुम मेरे लिए कुछ भी करोगी? राइट?”

माही ने हामी में अपना सिर हिला दिया। 

माही ने हामी में सिर हिलाते हुए कहा,”आपका ये कर्ज़ चुकाने के लिए मैं कुछ भी करूंगी।”

शांतनु चलते हुए माही के बहुत करीब आ गया। उसने माही के गाल को बहुत प्यार से सहलाया और  उसकी चिन को पकड़कर उसका चेहरा ऊपर किया। शांतनु की गहरी आँखें देखकर माही का शरीर ऊपर से नीचे तक कांप गया। 

शांतनु ने अपनी गहरी और सर्द आवाज़ में पूछा,”तुमने अपना क्या नाम बताया?”

“म–माही।” माही ने कांपते होंठों से उसे जवाब दिया। 

“एक किस। मुझे तुम्हें किस करना है।”

माही की आंखें बड़ी हो गयीं। 

“क्या? आपका दिमाग तो ठीक है ना?” वो वहां से जाने लगी तो शांतनु ने उसका हाथ कसकर पकड़ लिया और उसे अपने करीब करके उसकी आँखों मे देखने लगा। उसने माही के बालों में अपनी ग्रिप बनाई और उसके होंठो पर अपने होंठ रखकर उसे पैशनेट किस करने लगा। माही शांतनु की बाहों से छूटने की कोशिश करने लगी। लेकिन उसकी हर कोशिश बेकार थी। शांतनु के होंठ अब माही के होंठो के साथ खेल रहे थे। उसका किस इतना डीप था कि एक पल के लिए माही भी बहक गयी और उसकी आंखें बंद हो गयी।

तभी कुछ गिरने की आवाज़ से माही ने अपनी आंखें खोल लीं। उसने अपने सामने देखा कि शांतनु उसी को देख रहा था। 

माही बड़बड़ाते हुए बोली,”म–मैं तो सपना ले रही थी? ओ शिट।”

उसने एक बार शांतनु पर नज़र डाली जो काफी हैंडसम था। उसने अपने होंठ दांतों में दबा लिए।

शांतनु ने माही की आँखों में देखते हुए कहा,”तुम्हें मुझसे शादी करनी होगी, माही।”

ये सुनते ही माही का दिल जैसे रुक ही गया। वो शांतनु की बात सुनकर हैरानी थी। उसका सिर जैसे चकराने लग गया। 

“क– क्या? शादी? और वो भी आपसे?” माही की आवाज में घबराहट थी। वो मन में सोचने लगी,”ये आदमी मुझसे शादी क्यूँ करना चाहता है?”

माही ने शांतनु पर एक बार फिर से नज़र डाली जो काफी ज्यादा हैन्सम था और उस पर साफ लिखा हुआ था कि वो कितना अमीर और अरिस्टक्रैट इंसान था। और ऐसा आदमी माही जैसी नॉर्मल लड़की से शादी क्यूँ करना चाहता और वो जिसे वो जानता तक नहीं था सिवाय उसके नाम के।

“शादी? नो वे।”

शांतनु उसके और करीब आते हुए बोला,”तुमने कहा था कि अगर मैं तुम्हारी हेल्प करूँ तो उसके बदले में तुम मेरे लिए कुछ भी करोगी। तो अब तुम अपनी बात से क्यूँ मुकर रही हो?”

उसने अपनी भौहें उठाईं और कहा,”तुम जानती हो कि मैं अभी भी तुम्हें उन आदमियों के बीच वापिस फेंक सकता हूँ और वो तुम्हारा क्या हाल करेंगे, ये तुम बहुत अच्छे से जानती हो।”

माही शांतनु के इन शब्दों को सुनकर बुरी तरह से डर गई। उसके गले में जैसे कुछ अटक गया और वो खाँसने लग गई। उसने सामने टेबल पर पड़ा पानी का ग्लास उठाया और अंदर किया। 

माही मन में सोचने लगी,”ये आदमी पावरफुल ही नहीं बल्कि काफी खतरनाक भी लग रहा है।”

माही ने हिम्मत जुटाते हुए कहा,”व- वो सब मैं जल्दबाजी में बोल गई, मिस्टर… बिना कुछ सोचे समझे। मेरे पास ऐसा कुछ भी है कि आप जैसा अमीर आदमी मुझसे शादी करना चाहे। सॉरी सर, मैं आपसे शादी नहीं कर सकती। आपने मेरी हेल्प की, उसके लिए मैं आपकी grateful हूँ। इसका कर्ज़ मैं कभी नहीं उतार पाऊँगी। मैं आपको और परेशान नहीं करना चाहती।”

इससे पहले कि शांतनु उसकी बात का कोई भी जवाब देता, माही तुरंत शांतनु के चैम्बर से निकल गई।  उसके जाते ही शांतनु के मुंह पर गुस्सा आ गया। वो बड़बड़ाया,”इस लड़की ने मुझे रिजेक्ट किया? इसकी इतनी औकात कि शांतनु जैसवाल को रिजेक्ट करे।”

शांतनु ने अपने हाथों की मुट्ठियों को भींच लिया। इतने में उसके क्लब का एक गार्ड अंदर  आया जिसने काले रंग के कपड़े पहने हुए थे। उसका नाम गुरु था। 

“आप ठीक हैं न,सर?”

“हम्म। गुरु, उन गुंडों को देखो जो मेरे क्लब में violence कर रहे थे”

गुरु ने जवाब दिया,”जी सर। हो जाएगा। एक बात थी,सर?”

“हम्म।”

“दादाजी ने आपके लिए एक लड़की पसंद की है और वो चाहते हैं कि आप उनसे मिलें।”

शांतनु ने घूरते हुए गुरु की तरफ देखा और कहा,”मैं किसी लड़की से भी मिलने नहीं जा रहा।”

गुरु, उम्र 35 के आसपास और दिखने में हैन्सम। वो शांतनु का काफी खास आदमी था। गुरु ने सिर झुकाते  हुए कहा,”जी सर।”

“तुमने उस लड़की को ढूंढा जिसने मेरी जान बचाई थी?” शांतनु ने गुरु से पूछा। 

गुरु ने जवाब दिया,”सर! अभी मैं उनका कुछ भी पता नहीं लगा पाया हूँ। उनको बिना किसी पहचान के ढूंढ पाना काफी मुश्किल है, सर। उन्होंने तो अस्पताल में भी अपना कोई पता नहीं। उनके नाम के अलावा हम और कुछ भी नहीं जानते। “

गुरु ने शांतनु की तरफ देखा जो उस अनजान लड़की के बारे में बात करते हुए बहुत सॉफ्ट हो जाता था। 

शांतनु बड़बड़ाया,”माहिका।”

गुरु किसी तरह हिम्मत करते हुए बोला,”सर! हम सब पूरी कोशिश कर रहे हैं।”

शांतनु को अचानक अभी हुई इन्सिडन्ट पर ध्यान आया और माही के बारे में ध्यान आया। उसने अपनी मुट्ठियाँ कसते हुए कहा,”गुरु! मुझे इस लड़की माही के बारे में सब कुछ पता लगाकर बताओ और वो भी बहुत जल्द से जल्द। वो लड़की मुझे बेवकूफ बना गई और मुझे रिजेक्ट करके गई है। शांतनु जैसवाल को? उसकी औकात तो याद दिलानी पड़ेगी।”

गुरु ने अपना सिर हिलाते हुए कहा,”जी सर, मैं माही के बारे में पता लगाकर आपको जल्द बताता हूँ।”

गुरु उसके प्राइवेट चैम्बर से बाहर निकल गया। 

शांतनु वापिस सोफ़े पर बैठ गया और उसने अपने ड्रिंक हाथ में लेते हुए बड़बड़ाते हुए कहा,”माही! हम बहुत जल्द मिलेंगे, स्वीट्हार्ट।”

आखिर शांतनु माही से मिलकर क्या करना चाहता है?

To be continued ..

Leave a Comment

error: Content is protected !!