मिस्टर भारद्वाज का घर…..
घर के बड़े से हाल में मिस्टर भारद्वाज सोफ़े के पास खड़े थे और उन के चेहरे पर परेशानी साफ़ नजर आ रही थी | हो भी क्यों ना आखिर उन के लिए इतना मुश्किल टाइम था |
तभी एक औरत की पीछे से आवाज आई , “. अब आप ऐसे ही परेशान रहेगे तो आप की तबीयत ही ख़राब होगी |” ” क्यों सोच रहे है आप इतना ?”
मिस्टर भारद्वाज ने उस औरत की आवाज़ सुन कर पीछे मुड़ कर देखा | एक करीब 45 साल की उम्र के करीब औरत वहां खड़ी थी | उस के fashion सेंस से अंदाजा लगाया जा सकता था कि वो मिस्टर भारद्वाज की बीवी है |
उस औरत ने अपनी उम्र से ज्यादा ज़वान होने की कोशिश करी हुई थी ये साफ़ पता चल रहा है | उस के हाथ में एक फोन था |
मिस्टर भारद्वाज ने उस औरत की तरफ देखा और कहा , ” लता तुम अच्छे से जानती हो कि मेरी परेशानी कितनी बढ़ी है और तुम फिर भी ये सब बोल रही हो ?”
लता , देखिए अभी हम कुछ नहीं कर सकते और आप ही सोचिए कि हम हमारी बच्ची को किसी अंधे इंसान के साथ कैसे भेज सकते है वो भी पूरी जिदगी भर के लिए… वो मेरी इकलौती बेटी है और ऐसे अपाहिज के साथ वो जिंदगी नहीं गुजार सकती |
मिस्टर भारद्वाज ने लता की तरफ देखा और गुस्से से कहा , लेकिन लता तुम तो इस रिश्ते से बहुत खुश थी ना तुम जानती हो वो शहर का सबसे बड़ा बिजनेसमैन है उसके आगे कोई हिम्मत भी नहीं कर सकता बोलने की | अभी जब उसकी आंखें भी नहीं है फिर भी पूरे शहर में दबदबा है उसका और अगर यही था तो पहले तुमने शादी के लिए हां क्यों करी अब हम अचानक से मुकर नहीं सकते |
लता ने मिस्टर भारद्वाज की तरफ आते हुए कहा , आप अच्छे से जानते हैं पहले मैंने हां क्यों करी थी देखिए अभी कुछ भी हो लेकिन अभी और पहले में बहुत फर्क है और अगर आंचल अपनी फैसले पर सोचना चाहती है तो ये उसका हक है मैं अपनी बच्ची की जिंदगी बर्बाद नहीं करनी दूंगी और मैं नहीं चाहती कि उस आदमी के साथ मेरी बेटी की शादी हो |
मिस्टर भारद्वाज , तो तुम क्या चाहती हो कि वो लोग मुझे जिन्दा जमीन में दफना दे या फिर ये सब कुछ वो मिट्टी में मिला दे? सड़क पर लेकर आना चाहती हो हम सबको ? या वो मेरी जान ले लेंगे तो खुश होगी तुम दोनों मां बेटी आखिर क्या करूं मैं तुम दोनो खुश करने के लिए ?
अभी वहां पर आँचल और बोली , “पापा आपको ये सब कुछ करने की जरूरत नहीं पड़ेगी मेरे पास एक बहुत अच्छा आईडिया है जिससे ये शादी भी नहीं रुकेगी और आप घर से सड़क पर भी नहीं आएंगे |
मिस्टर भरद्वाज ने जैसे ही आंचल की बात सुनी उनके चेहरे पर एक हल्की सी स्माइल आई उन्होंने आंचल की तरफ देखते हुए कहा , मतलब तुम शादी करने के लिए तैयार हो मुझे पता था तुम मेरी बात जरूर समझोगी |
आंचल, पापा आप ज्यादा सोच रहे हैं मैं ऐसा कुछ नहीं करने वाली ये शादी तो मैं नहीं करने वाली लेकिन फिर भी दूसरा रास्ता है आपके पास… क्योंकि आप भूल रहे हैं आपकी एक और बेटी है आप क्यों नहीं शिखा की शादी अभिनव से करवा देते ?
जैसे ही मिस्टर भारद्वाज ने शिखा का नाम सुना उनके पैरों के नीचे से जैसे जमीन खिसक गई | ऐसा लगा जैसे उन्होंने शिखा के बारे में कभी सोचा ही ना हो | अचानक से उसका नाम सुनकर वो एकदम से हैरान रह गई |
मिस्टर भारद्वाज को ऐसे शौक होते हुए देख कर लता ने अपनी बेटी आंचल को कुछ इशारा किया |
लता ने मिस्टर भारद्वाज से कहा , इतना हैरान क्यों हो रहे हैं आप ? आप ने ही तो तो बोला ना कि इस शहर का सबसे बड़ा बिजनेसमैन है वो और पूरे शहर में तब दबदबा है उसका… शिखा के लिए उससे बड़िया रिश्ता क्या हो सकता है और वैसे भी दोनों बहनों में वो बड़ी है तो कायदे से तो उसकी शादी पहले होनी चाहिए ना |
मिस्टर भारद्वाज ने लता की तरफ देखा और कहा , “कैसी बातें कर रही हो तुम ? शिखा की शादी अभिनव चौहान से हम चौहान फैमिली को क्या जवाब देंगे और वो लोग पागल तो नहीं है ना | अंधा अभिनव है चौहान फैमिली नहीं और वो अच्छे से जानते हैं कि अभिनव की शादी आंचल से होने वाली है उन दोनों की इंगेजमेंट हुई है कोई मजाक नहीं है |
आंचल , ” तो डैड वही प्लान मैं आपको समझने वाली हूं कौन उनको बताने वाला है कि शिखा की शादी हम अभिनव से करवा रहे हैं | शादी वाले दिन शिखा घुंघट निकाल कर मेरी जगह बैठ जाएगी | इसमें क्या दिक्कत है और एक बार शादी हो गई फिर चौहान फैमिली क्या अभिनव चौहान खुद भी कुछ नहीं कर सकता और वैसे भी उनको तो हमारे घर की बेटी चाहिए ना बड़ी हो या छोटी क्या प्रॉब्लम है ?
लता , मेरी बेटी बिल्कुल ठीक कह रही है वैसे भी वो शिखा शुरू से ही मनहूस है और अगर इसी तरह हम उससे पीछा छुड़ा सकते हैं तो इससे अच्छा रास्ता और क्या हो सकता है | आप तो उसे इतना पसंद नहीं करते ना तो बस फिर क्या दिक्कत है शादी करवाने में ? या फिर आपके अंदर का बाप का प्यार बीच मे आ रहा है |
मनीष भारद्वाज ने कहा , ” ऐसा कुछ नहीं लता लता मैं बस ये सोच कर डर लग रहा है कि जब शादी के बाद जब शिखा का सच सब के सामने आएगा तो वो लोग क्या करेंगे तब भी तो परेशानी खड़ी हो सकती है ना |
आंचल , ” डैड आप बहुत दूर की सोच रहे हैं ऐसा कुछ भी नहीं होने वाला बस एक काम कीजिए अपनी लाडली को बुलाओ और मनाओ.. वैसे उसे बनाने की क्या जरूरत है आप तो उसे एक बार बोलेंगे वो उसी टाइम मान जाएगी | संस्कारी बेटी जो है तो उस बहन जी को मनाओ बाकी का काम हम लोग खुद देख लेंगे शादी के बाद वही झेलेगी जो भी उसके साथ होगा |
तो क्या होने वाला है आगे… नेक्स्ट एपिसोड में हम लोग आपको शिखा से मिलाएगे जो कि मिस्टर भारद्वाज की बड़ी बेटी है और आंचल की सौतेली बहन भी है | देखते हैं अभिनव चौहान और शिखा भारद्वाज की केमिस्ट्री कहां जाकर रुकती है….