Devil’s love , episode 2

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Episode – 2 

Mumbai

वंश ने इन __ 

पोईट कर दी ओर बोला

” तू मरना चाहता है क्या?” 
ये सुनते ही तीनो लोग जल्दी से अपने रूम की ओर  बुलेट की स्पीड से भाग गये थे ।

वंश  ने एंजल के मासूम फेस की तरफ देखकर स्माईल की ओर  अपनी गन  फिर से अपने कमर के पीछे रख दी । वही विभूति (एंजल) समझ ही नहीं आ रहा था यहां हो क्या रहा है ।

…..hey…. ” एजंल तुम्हारा नाम क्या है ?” बोल कर  वंश ने उसे गोद मे ऊठाकर अपने रूम मे चला गया । उसे बेड पर रख कर अपना कोट ऊतारकर सोफे पर फेक दिया ओर उसे लड़की को देखा जो उसे अपना नाम ही उसे एंजल बता  रही थी,  पर वंश की नजरे सामने लड़की पर नहीं अपने खुद के बोड़ी में हो रहे बदलाव पर थे उसे भी अब  गर्मी का ऐहसास हो रहा था । 
वैसे  की उसे भी कुछ drugs दिया  गया हो , ये सोचते ही वंश की आंखें सिकुड़ गई । “उसे ओर ड्रग किसकी इतनी हिम्मत थी उसके साथ ये हरकत करने की पर समय निकल गया था ?”

Durg ने तो अपना काम शुरू कर दिया था।‌ पेहले ही  अपना होश खो गया था वंश पर उसकी खुली पर अच्छी पकड़ थी इसलिए उसे कैसा भी ड्रग इस्तेमाल करें वो काम नहीं करता था । इसके पेहले ही वंश ने बहोत सारे ड्रग्स खुद पर इस्तेमाल किये थे , इसलिए उसे इन्सान को देखकर ही समझ आता था वो हेवी डोज है या नोर्मल। ऐसा कोई भी ड्रग्स नहीं था जो वंश को पता नहीं था । ओर एंजल को दिया गया ये तो सबसे ख़तरनाक ड्रग्स था । 

वही  आऊट ओफ कंटोल हो गयी थी । अब उसकी हो रही बुरी हालत देखकर ही वंश का सर घुम रहा था । वो किसी लड़की के साथ ये सब उसके इच्छा के बगैर कैसे अभी तो वो उसके करीब आ रहा है । पर वो बस एक नशा है जो उसके पुरी बोड़ी पर हावी हो गया है।‌ वंश वो भी कुछ  ढंग का नही सोच पा रहा था!

  तभी उसके कानों में वोशरूम से आवाज आई

“अरे मे डुब रही हू बचाओ मुझे ?”  

वंश का दिमाग ही फटने को हुआ यहां एक लड़की ओर अंदर भी एक लड़की  यहां उसके साथ हो क्या रहा है। 

अब इसे देखूं  __ 

वंश ने बेड पर देखा तो वो खाली था । ये लड़की अंदर गई कब ये सोचते हुए ही वंश वोशरूम के अंदर चला जाता है।‌ ओर देखता है तो बाथटब का सीन्स जहां उपर ओर नीचे दोनों साइड से पानी के नल शुरू थे , उसमें एंजल छोटे बच्चे की तरह तैर रही थी तो कभी पानी में हाथ घुमाकर डुबने की acting करती । 

वंश के फेस पर उसकी ये बच्चों वाली हरकते देखकर स्माइल आ गई थी।‌वंश पुरे होश में था खुद को अब उसने समझा लिया था। सामने बाथटब में बैठी लड़की के जिंदगी का सवाल था, वंश अब भी अपने ख्यालों में खोया हुआ था।‌

इसी बीच मे  एंजल ने उसे बाथटब मे खीच लिया ओर  वो भी उसके ऊपर गिर पडा ।
वंश भी तो कितने देर से खुद को सभालता वो काली गेहरी आखे  आज एंजल नाम के नशे ने ओर भी डार्क हो गई थी।

वंश ने सीधे एंजल को खुद के करीब खींच कर उसे किस करने लगा।  
पुरे एक घंटे भर वो दोनो बाथटब मे एकदुसरे को किस किये जा रहे थे। वंश ने बड़ी तेजी से खुद के ओर  उसके कपडे उतारकर वोशरूम मे फेक दिये।‌ ओर उसे अपनी बाहो मे लेकर बेडपर चला गया।  
ओर उसे फिर से किस करना start कर दिया।  आगे तो आप लोग सोच ही लो क्या हुआ होगा…..

करीब बस एक घंटे बाद……..

असिस्टेंट ___ yes..yes boss…. 
आंखें वो बड़ी कर बोला__
यस सर बोलकर उसने कोल खत्म कर।  फोन को ही देखने लगा उसकी आखे हैरानी से बडी हो गई थी।‌ अपने बोस की बात सुनकर  असिस्टेंट__  इस डेविल को किसने छेड़ दिया,

अब तो ये पुरी रात सबके लिए काली होने वाली है । इसमें जो भी लोग थे  होटल में सबकी वाट लगने वाली थी । ये सोचकर ही असिस्टेंट के माथे से ठंडा पसीना छूट रहा था।‌

अपने माथे  ओर सर पर हाथ फेरकर वो एक लेडि वेटर को लेकर कुछ लेडिज कलोथ लेने चला गया। करिब  आधे घंटे बाद  डोर पर नोक हुआ। 

वंश …..ने हलकेसे डोर खोला ओर दो पेपर बॅग  हाथों में लिए ओर डोर लोक कर दिया । ईतनी देर में उसने खुद भी शावर लेकर उसे भी साफ़ कर  बेड पर लेटा दिया था।  ओर
उसे अच्छे से कवर कर एक पेपर बॅग लेकर खुद बाथरूम में चल गया ओर रेडी होकर  बाहर आया फिर उसकी नजरें उस मासूम सी लड़की पर पड़ी जो बेड पर पिल्लों को हग कर सो रही थी ।

उसके लिए एक नोट लिखकर छोड़ दिया था। उस  पेपर बॅग के साथ ओर उसे सोफे  पर रखकर रूम से निकल गया । पर बाहर आते ही मैनेजर को कुछ इटरोडकशन देकर वो‌ वहा से चला गया था ।   

दुसरी सुबह 

सुबह के पाच बजे ___ 

 एंजल को होश आया वो बहुत ही विक फील कर रही थी। जब उसने अपनी आखे  खोली और बंद की तो उसके फेस पर हल्की सी स्माइल थी ।

पर अगले ही पल अपने सर पर वो रोज वाला आवाज करता फैन नहीं देखा तो वो अच्छे से अपनी आंखें खोलकर बैठ गई तो उसकी चीख निकल गई। ये वो रुम तो था ही नहीं ना वो फैन था, अब एंजल की नजरे बेड से होते हुए अपनी बोड़ी पर गयी थी। 
वो तो  बिना कपडे के बेडपर थी ।  बस एक व्हाईट चादर ने उसे ढका हुआ  था।  उसने उठने की कोशिश की तो उसे अपनी बोडी में भी दर्द का ऐहसास हो रहा था ।‌ जो बहुत ही ज्यादा पेन फुल लग रहा था।

वो ये दर्द बिल्कुल भी बर्दाश्त नही कर पा रही थी।  
उसने ऊठकर बेड से ऊठने के नाकामकोशिश कर रही थी। उसने सोफे को पकडने लगी तो उसकी नजर उस पेपर बॅग पर गई वहा पर एक नोट भी था कुछ इस तरह था 
हाय एंजल  

इस खुबसूरत रात के लिए शुक्रिया ओर पेहले टाइम के लिए भी । मुझे नही पता एक लड़की को कैसे treat करते  हैं  क्या बोलते है मे खुद नही जानता। मे तुम्हारे साथ पुरे जिदंगी रेहना चाहता हू।

पर मुझे कुछ इम्पोर्ट काम आया है मे  बाहर जा रहा हू _ मे  जल्दी आ जाऊगा मेरा इतंजार करना । 

एंजल गुस्से चीखी 

My foot intejar __ अब मिले हो फिर कभी मत मिलना । नहीं तो ये विभूति तुम्हारा खुश कर देगी । 
क्या …… है ये सब ! ये केहते हुए उसने वो नोट फाड़कर फेंक दिया था। 

वो सब 
पढकर एंजल खुद से ही फर्श पर बैठ गई ओर अपना सर घुटनों में लेकर ओर क्या होना बाकी है ,  मेरे साथ रात बिताकर  मेरा ये हाल बना दिया __ ओर बोल रहा है की मेरा इंतजार करो  ,  उसने  उस लेटर वाले को बहोत कोसा ओर कुछ देर बाद अपनी जगह से खड़ी हुई  । वो पेपर बॅग ऊठा कर बाथरूम के अंदर चली गई ओर रेडी होकर बाहर निकल गई 
धीरे धीरे होटल से बाहर निकल गई  …… 

दुसरी तरफ 

पुणे __ एयरपोर्ट से बाहर निकल कर आते हुए लड़की अपने फेस पर स्कार्फ बांधने लगती है । ओर अपने आप से चलो फाइनली काम हो ही गया , ये कोई ओर नहीं रश्मी थी जो सुबह की पांच की ही फ्लाइट से यहां आ गई थी।  

अपने लिए ओटों खोजा ओर अपने घर का मैप डाल कर चलो भाई __ हड़पसर बाय पास. 

एक क्लासी घर ___ 

पर वो था नहीं बस घर वालों को लगता था । बाहर एक auto आकर रुकी , रश्मी नीचे उतरते हुए ही ओह भाईठिक ठिक बताओ , 

Auto –वाला नहीं बेहना, जै सब लेते हैं वहीं बोला है । ओर कुछ नही 

 पर रश्मि उसे फटकार लगाकर भाई तुम मुझे क्या कोई नयी लडकी समझ रहे हो ,  पर हां ! में बता रही हूं , जरा सामने वाले को देखकर भी तो अपना मुंह फाड़ना चाहिए  ! 

में मुंबई से पुणा कोई आजकल की नहीं चार सालों से आती जा रही हूं । ऐर अपने फोन के पीछे रखे पैसों में से दो सो रुपये निकाल कर उस से देती है । ओर अपने आप से ही बड़बड़ाते हुए ही __सच इतने रेट बढ़ गये है , की ये लोग अब दिन दहाड़े लोगों को लुटे जा रहे हैं । 

वो बहोत धीरे धीरे अंदर जा रही थी । वैसे ये घर तै दो मंजिला ही था , अच्छा खासा नोकर भी थे बस दो पर लोगों में एटीट्यूड बहोत था । 

अब सुबह के लगभग छे बज गये थे।‌  इसलिए अभी धुंद ही थी ।‌अंधेरा अब भी था । रशमी ने पैरों से सेंडल उतारकर रखते हुए ही __यहा वहां देखा ओर अंदर उपर के फ्लोर पर जाने लगी पर __उसके कानों में आवाज आती हैं __ 

” इतनी सुबह सुबह से कहां से आ रही हो रश्मी ?” 

तुम लोग तो कल interview देने गई थी।‌

वही रश्मी के गले में ही थुक अटक गया था। उसे इतनी ठंडी हवा में भी पसीना आने लगा,  उसने ये सोचा भी नहीं था की उसके पापा मिस्टर रमण जुयाल घर आये होगे। उसे तो उसकी मम्मी ने बताया था । अभी के लिए वो दस दिन के बाद ही आयेंगे पर —- 

ये एक contracter  के साथ साथ थोड़े से राजकीय कार्यों में भी शामिल हैं । Contract बेस पर पुल हो या रास्ते इनका काम इनको ही मिलता था । अभी तो पीछेले साल ही उनको ये सबसे बड़ा टेंडर मिला है , वो भी पांच सालों के लिए पर ये थोड़े से लालची किस्म के इन्सान  भी है ।‌ 

रमण जी अब सोफे से उठ कर खड़े हो गए थे।‌ उन्होंने रश्मी को देखते हुए ही सवाल किया–” तुम यहां हो तो वो लड़की कहा है …? 

अब क्या जवाब देगी रश्मी उसके पापा को …

दुसरी तरफ 

मुंबई 

वो बस  उस होटल से दूर जाना चाहती थी। इसलिए भागे जा रही थी उसके आखो से आसू झरझर बेह रहे थे  । उसके साथ शायद ये आसमान भी रो रहा था आज  बुंदाबांदी शुरू हो गई जो अब ओर भी बढ़ गई ।‌

पर एंजल  बेसुध सी होकर भाग रही थी उसे अब  होश ही नहीं था । वो बस उस बरस रही बारिश में भी भाग रही थी ।‌ कितनी देर तक वो भागती रही ओर पैरो के नीचे शायद कुछ आया था  रास्ते में तो वो वही बीचो बीच बैठकर जोर-जोर से  रोने लगी ।  उसे ये भी पता नही चला एक कार सामने से आ रही थी , जो बारीश की वज़ह से उसे देख नहीं पाई थी शायद उस कार ने उसे टक्कर मार दि थी। उसके बाद तो जैसे पुरा आसमान रो रहा था पुरी तरह से __ उस जगह पर दो आवाज सुनाई दी। एक चीख की दुसरी टक्कर की __ वो कार भी आगे जाकर रुक गई थी ।‌

कया हुआ होगा एंजल के साथ….?” 

 दो साल बाद 

शिव मंदिर …… 

आरती खत्म होने के  बाद एंजल ने पंडित जी के हाथ से थाल ली और बोली ” दिजीए आप मुझे बाबा मे सबको आरती दे  दूंगी 
पंडित जी मुस्कुराते हुए कहा ”  हा ले लो बेटा वैसे भी मे इतना चल नही पाऊँगा। 
एंजल फिर बोली ” इसलिए तो बोले दीजिए हम आपका काम आसान कर देती हूं। 

ये रानी तू प्रसाद का बर्तन ले ओर चल मेरे पिछे।
रानि ने  वही किया जो उस लड़की ने कहा , ओर तुरंत कहा ” हा आई एंजल कहकर वो उसके पिछे प्रसाद का थाल ले ओर चल ….। ” 

मुंबई 
दूसरी ओर 
Ab कारपोरेशन  
बोर्ड मीटिंग चल रही थी।  
ये क्या बोल रहे हो अविनाश तुम  हम चारो भी तो दोस्त के साथ-साथ बिज़नेस पार्टनर्स है। ये फैसला तुम खुद नहीं ले सकते माना तुम्हरे शेयर ज्यादा है। हमसे पर हम सबका  डिसीजन तो एक जैसा ही होना चाहिए  पता है हमे 
अविनाश बंसल (सी इ ओ ऑफ AB कॉर्पोरेशन ) ने अपनी रुबाबदार आवाज में कहा “तुम लोग नहीं सिखा सकते हो मुझे मे क्या कर सकते हू या क्या नही। “
इतना कहकर  उन्होंने अपने हाथ टेबल पर पटकर कहा ” That’s my final decision It’s my order  meeting is over . “ओर अपना कोट ठिक करते हुए निकल गए 

मुंबई 

दूसरे कोने में……..

Traditional bich (काल्पनिक नाम)

कहा जाता था यही से तो सारे काले काम होते थे ‌ 

समुद्र के पास एक बड़ा सा शिप 
बहुत सारे बॉडीगार्ड अपने हाथ मे अलग अलग तरह के box  लिए  शिप में रखकर बाहर आ रहे थे।  
कुछ आधे घंटे में सब लोग सामान रखकर बाहर अपने सर झुकाकर खडे हो गये।  
Thanku thanks gayes आप लोगो ने मेरे लिए बहुत काम किये  i am happy  both of you अब मै यहा अपने देश वापस जा रहा हूं।  पर हां हम बहोत जल्द फिर से मिलने की कोशिश करेंगे!” 

मैंने सब के पैसे romy के account Maine transfer.कर दिये है ।‌ तो thanku so much आप सबका अगर कभी भविष्य मे फिर आएगा तो आप लोगों से ही सारा काम करवा- ऊगा by आप लोग जाओ पुलिस भी आ सकती है। 

अरे जल्दी चलो मुझे यहां से जाना है।  
ये सब मिस्टर ब्रैंडम जो एक बिजनेसमैन  थे जो यह अपना बिजनेस बढ़ाने आये थे । आज ही उनकी सारी डील खत्म हुई  उन्होंने सारे बक्से अपने लोगों को यहां से शिप में डालने के लिए कहते है।   ये सारा मंजर मुंबई समुद्र के किनारे पर हो रह है। रात के दस बज रहे है।   
सर बारिश बहुत तेज हो रही  सर हमें यहां से जल्द-से-जल्द निकल ना होगा। अगर पुलिस यहां तक आ गई  ना हम तो गये…..
To be continued……

क्या लगता है आपको…… 

क्या होगा आगे…….

मिलते हैं नेक्स्ट एपिसोड में……..

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