Episode 01
दिल्ली के सबसे बड़े हॉस्पिटल में एक लड़की जिसकी उम्र 22 साल थी जो दिखने में किसी स्वर्ग से उतरी अप्सरा की तरह लगती है ।।
लेकिन इस वक्त उसका ये खुबसूरत सा चेहरा मुरझाई हुई फूल की तरह लग रही होती है ।। बारिश में भीगे उसके कपड़े ये बयान दे रहे होते है की दिल्ली में अभी बहुत तेज बारिश हो रही है ।।
बारिश में भीगे उसके कपड़े की वजह से उसका पूरा बदन कपकपा रहा होता है ।। लेकिन फिर भी अपनी परवा न करते हुए वह लड़की तेजी से भागती हुई हॉस्पिटल की एक कॉरिडोर में पहुंचती है ।।
जहा पर एक 50 साल का आदमी खड़ा था उसे देख वह लड़की तेजी से उस आदमी के पास भागती है और उसे बोलती है ।
सुरेश अंकल ….. उस लड़की की आवाज सुन वह आदमी जो कॉरिडोर में कब से इधर से उधर भटक रहा था वह उस लड़की की तरफ देखता है ।।
तो उस लड़की को देख वह आदमी बोलता है वेदिका बेटी तुम आ गई …. (ये और कोई नही हमारी कहानी की हीरोइन वेदिका सिंघानीया है ।।)
वेदिका जल्दी से सुरेश अंकल के पास पहुंचती है और उनसे रोती हुई आवाज में पूछती है अंकल ये सब कैसे हुआ और पापा कैसे है ।।
वेदिका की बात सुन सुरेश अंकल उसे शांत कराते हुए बोलते है बेटी तुम पहले शांत हो जाओ और बैठो नहीं मुझे नहीं बैठना है आप बताएना की पापा कैसे है ।।
वह अभी अंदर एमरजेंसी वाद में है और डाक्टर उनका इलाज कर रहे है तुम चिन्ता मत करो सब ठीक हो जायेगा सुरेश अंकल बोलते है ।।
जिसके बाद फिर सुरेश अंकल वेदिका को चेयर पर बैठाते है और फिर उसे बोलते है बेटी तुम आराम से बैठो मैं तुम्हारे लिए एक टावल लेकर आता हु ।।
तुम बहुत भीग चुकी हो तुम्हे ठंड लग जायेगी इतना बोल सुरेश अंकल वहा से टावल लेने के लिए चले जाते तो वही वेदिका अपनी जगह से उठ कर एमरजेंसी वॉड के रूम में दरवाजे के बने कांच के खिड़की से अंदर देखती हैं ।।
जहा अंदर का नजारा देख उसके पैरो तले जमीन घिसक जाती है क्यों की अंदर एक आदमी मशीनों के बिच घिरा हुआ होता है ।। जिसे डाक्टर की टीम मिल कर ट्रीटमेंट कर रहे होते है ।।
अंदर का हाल देख वेदिका के आंखो मे कुछ देर पहले रुका हुआ आंसू एक बार फिर से बहनें लगता है ।। और मुंह से बस एक ही शब्द निकलता है पापा ….
तभी सुरेश अंकल एक टावल लेकर आते है और वेदिका को गेट के पास देख वह उसे बोलते है बेटी तुम चिंता मत करो सर ठीक हो जाएंगे ये लो टावल पहले तुम अपने आप को पोंछलो वरना तुम्हारी तबेत खराब हो जायेगी ।।।
नही अंकल मुझे इसकी की कोई जरुरत नही है ।। वेदिका टावल लेने से मना करते हुए बोलती है ।। बेटी जिद मत करो खुद के लिए ना सही अपने पापा के लिए करलो अगर वह तुम्हे इस हालत में देखेंगे तो उन्हें बहुत दुख होगा तुम्हे तो पता ही है की वह तुमसे कितना प्यार करते है ।।
सुरेश अंकल की बात सुन वेदिका उनके हाथ से टावल ले लेती है और फिर खुद को और अपने गीले कपड़े को पोछने लगती है ।।।
तभी एक डाक्टर उस इमरजेंजी वाॅड से बाहर निकलता है ये देख वेदिका और सुरेश अंकल दोनो उनके पास भाग कर जाते है और उसे पूछते है डॉक्टर मेरे पापा कैसे है ।।
देखिए अभी उनकी हालत बहुत ही खराब है अभी हम कुछ नहीं बता सकते हैं ।। हमे जल्द से जल्द उनकी सर्जरी करनी होगी वरना बहुत देर हो जायेगी ।।
हा तो कीजिए ना आप लोग किस चीज का वेट कर रहे है ।। देखिए इस सर्जरी में बहुत ही रिस्क है पेसेंट की जान भी जा सकती है डॉक्टर की बात सुन वेदिका घबरा जाती है.. तो वही डॉक्टर आगे बोलते है और इस सर्जरी को हम नही कर सकते है ।।
तो फिर कौन कर सकता है वेदिका पूछती है ।। ये तो सिर्फ डॉक्टर सुमित ही कर सकते है ।। वह डॉक्टर बोलता है हा तो बुलाए उन्हें आप लोग किस चीज का वेट कर रहे है ।।
सॉरी मैम हम उन्हें नही बुला सकते है क्यों नही बुला सकते है सुरेश अंकल पूछते है ।। सर वह बात ये है की वह अपने कजन की शादी में गए हुए है और उनका फोन इस वक्त स्विच ऑफ बता रहा है ।।
क्या ऐसे कैसे हो सकता है अगर वह नही आ सकते है तो किसी और डॉक्टर को बुलाए ।। इंडिया में डॉक्टर की कमी थोरीना है ।। इंडिया के बेस्ट डॉक्टर की टीम को बुला कर मेरे डैड का इलाज कीजिए और जरुरत परे तो बाहर से डॉक्टर की टीम को बुलाये लेकिन मेरे डैड की जान बचाये वेदिका बोलती है ।।
देखिए मैम इंडिया में डॉक्टर की कमी नही है ये बात मैं भी जानता हु लेकिन आपके डैड की जो हालत है उसे देखते हुए मैं बस यही कहना चाहूंगा की इस वक्त इस सर्जरी के लिए डॉक्टर सुमित से बेहतर कोई और नहीं है ।।
अगर वह आपके डैड की सर्जरी करे तो आपके डैड के बचने के चांसेज ज्यादा होंगे इसी लिए जो करना है जल्दी डिसाइड कर लीजिए आपके पास सिर्फ 4 घंटे है अगर इस बीच आपके डैड की सर्जरी नही हुई तो फिर उन्हें कोई भी नही बचा पाएगा वह डाक्टर वेदिका को जवाब देता है ।।
डॉक्टर की बात सुन वेदिका सोच में पर जाती है ।। बहुत देर तक सोचने के बाद वह बोलती है डॉक्टर मैं उन्हें लेकर आउंगी क्या आप बता सकते है की डॉक्टर सुमित कहा पर शादी अटेंड करने गए है ।।
जी राठौर मैंशन मे गए है अपने कजन अद्विक सिंह राठौर की शादी मे डॉक्टर बोलता है।। डॉक्टर के मुँह से अद्विक का नाम सुन वेदिका तो ज्यादा रियेक्ट नहीं करती है लेकिन वही सुरेश अंकल चौकते हुए बोलते है ..
क्या अद्विक सिंघ राठौर तब तो डॉक्टर सुमित को हम लाने से रहे .. क्या बोल रहे है आप अंकल हम भला उन्हें जाकर क्यों नहीं ला सकते है… बेटी अद्विक सिंह कोई छोटा नाम नहीं है इंडिया का सबसे पॉवरफुल इंसान है… उसकी पार्टी मे हम बिना इनविटेशन के एंट्री नहीं कर सकते है….
आप उसकी चिंता मत करिये मैं वह सब देख लुंगी आप बस यही रुकिए मैं डॉक्टर सुमित को लेकर आती हूँ इतना बोल वेदिका वहा से चली जाती है…
उसको जाता हुआ देख वह डॉक्टर बोलता है मैम याद रहे आपके पास ज्यादा वक्त नहीं है इसी लिए जो करना है जल्दी की जियेगा जी डॉक्टर आप उसकी चिंता मत करिये आप बस सर्जरी की तैयारी कीजिये… इतना बोल वेदिका वहा से निकल जाती है…
उसको जाता हुआ देख सुरेश अंकल अपने आप से बोलते है भगवान वेदिका बेटी को डॉक्टर सुमित से मिलवा देना ।
तो क्या वेदिका मिल पाएगी डॉक्टर सुमित से या नहीं.. जानने के लिए पढ़ते “destination marriage “only on pocke vibes par