Rudra Nandini -The contracted love , episode 2

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. ” aaaahhhh, aaahhhh मिस्टर राठौर प्लीज स्टॉप इट, मैं अब और नहीं सह सकती..

.. 

 नंदिनी ने   शर्म और दर्द से अपनी आंखें बंद कर ली, जिस पर वह इंसान जो कि फिलहाल उसे छोड़ने के मूड में बिल्कुल नहीं लग रहा था.. लेकिन फिर भी नंदिनी की हालत को समझते हुए हल्के से उसके सीने पर किस करते हुए बोला..  ” aahhh स्वीटहार्ट मैं जानता हूं, तुम थक गई हो लेकिन इस मोड़ पर मैं खुद को रोक नहीं सकता.. बस थोड़ी देर , बस थोड़ी देर टॉलरेट मी..

 इतना कहकर वह अपनी स्पीड और भी ज्यादा तेज कर लेता है, उसने नंदिनी के सूझे हुए होठों को एक बार फिर अपने होठों में ले लिया और तेजी से शक करते हुए उसे अपनी मोहब्बत की बारिश में भिगोने लगा.. लगभग 1 घंटे बाद जब उसे महसूस हुआ की नंदिनी अब उसे बर्दाश्त नहीं कर सकती वह एक गहरी सांस के साथ शांत हुआ.. और नंदिनी के ऊपर ही निहाल हो गया..

 नंदिनी जो की थककर चूर हो चुकी थी अब लगभग बेहोश हो चुकी थी, उसके साथ क्या हो रहा है उसे कुछ पता ही नहीं था तो वही वह इंसान लगभग 20 मिनट बाद नंदिनी से अलग हुआ  और उसके बगल में लेट गहरी गहरी सांस लेने लगा.. उसने धीरे से अपनी नजर घुमाकर बेहोश नंदिनी की तरफ देखा जिसका चेहरा सुर्ख पीला पड़ चुका था.. उसका पूरा शृंगार उस इंसान ने लूट लिया था, उसके चेहरे पर बिखरे हुए लंबे काले बाल .. और चमकता हुआ बदन जिस पर जगह-जगह  उसकी मोहब्बत की निशानियां थी.. जिन्हें देखकर उसे आदमी के होठों पर एक चमक बिखर गई

 वह कुछ देर तक नंदिनी के खूबसूरत शरीर और चेहरे को देखता रहा, और फिर प्यार से आगे बढ़ उसके होठों को एक बार फिर चुम्मा.. ” थैंक यू थैंक यू सो मच.. मैंने कभी नहीं सोचा था मेरी जिंदगी में भी इतना खूबसूरत लम्हा आएगा.. आज तुमने सचमुच मुझे वह खुशी दी है जो मैं कभी इमेजिन भी नहीं कर सकता था.. लेकिन अब यह खुशी हर पल मेरी लाइफ में आएगी सिर्फ तुम्हारी वजह से स्वीटहार्ट.. ” आई स्वियर अब मैं यह खुशी अपनी जिंदगी से कभी नहीं जाने दूंगा चाहे इसके लिए मुझे कुछ भी करना पड़े.. तुम अब जिंदगी भर मेरी सिर्फ मेरी बनकर रहोगी..

 इतना कहकर उसने अपना हाथ बढ़ाकर  टेबल पर रखे हुए कुछ टिशू पेपर उठाएं,  और खुद के साथ-साथ नंदिनी को भी क्लीन किया.. की तभी उसकी नजर bed पर पड़े हुए कुछ रेड स्टैंन पर गई  जिसे देखते ही उसकी आंखों में एक अजीब सी चमक और खुमारी छा गई.. उसने एक नजर नंदनी को देखा और मुस्कुरा कर, उसे एक ब्लैंकेट में लपेट दिया.. उसके बाद उसने नंदनी को सोफे पर लिटाकर  बेडशीट चेंज की, और कुछ देर बाद उसे वापस बेड पर लाकर सुला दिया.. 

.. नंदनी जो की पूरी तरह बेहोश थी उसे उस आदमी की इन हरकतों का बिल्कुल भी एहसास नहीं हुआ., वह आदमी भी अब नंदिनी के बगल में आकर लेट गया. दोनों बिना कपड़ों के एक ही ब्लैंकेट में थे.. लेकिन अपना सुकून हासिल करने के बाद उस आदमी की आंखों से नींद गायब थी वह न जाने कब तक नंदिनी के चेहरे को निहारते हुए ब्लैंकेट के अंदर से ही उसके बदन को सहला रहा था.. और अपनी आंखें बंद कर ना जाने किन एहसासों में खोया हुआ था..

… जब अगले ही पल उसकी आंखें मोबाइल फोन की घंटी से खुली.. ” हेलो यस व्हाट मैं आ रहा हूं .. वह एकदम से बिस्तर से उठा, और एक नजर नंदनी को देख उसके बदन पर ठीक से ब्लेकेट कवर कर एक के टेंपरेचर को सेट करता है.. और जल्दी से फ्रेश होने बाथरूम में गया कुछ ही देर में वह अपने बदन पर फाइव पीस ब्लैक सूट पहने तेजी से क्लोज इट रूम से बाहर निकला.. और टेबल पर रखा हुआ अपना मोबाइल फोन वॉलेट और वॉच को पहनता है., ड्रावर से निकलकर वह अपने हाथों पर एक स्पेशल ट्रांसपेरेंट स्किन कलर का ग्लव्स पहनता है. की तभी उसकी नजर एक बार फिर नंदिनी पर गई वह कुछ सेकंड उसके चेहरे को देख हल्के से उसके होठों पर लाइट किस करता है.. ”  छोड़कर जाने का दिल नहीं कर रहा पर जरूरी है,.. आई होप जब मैं वापस आऊं तुम्हें मेरा इंतजार हो…

 इतना कहकर वह तुरंत कमरे से बाहर निकला, वह जैसे ही हाल के एंट्रेंस पर आया उसकी लगभग 45 साल की  फीमेल सर्वेंट  बहुत ही प्यार से उसे ग्रेट करती है .. ”  आप जा रहे हैं बाबा? .. दुल्हन मैडम को.

.. इससे पहले वह आगे कुछ कहती.. ” उनका ख्याल रखना, और उन्हें रेस्ट करने दीजिए.. और हां उसके लिए कुछ मेडिसिंस..

 यह सुनते ही बूढी औरत के होठों पर एक प्यारी सी मुस्कान आ गई.. ” आप टेंशन मत लीजिए मैं हूं ना..

… ” आप है इसलिए तो उसे छोड़कर जा रहा हूं.. याद रखिएगा मेरी अमानत है वह.. जल्दी ही लोटुँगा.. कहकर वह इंसान एक नजर घड़ी की तरफ देख अपना ब्लेजर संभालते हुए तेजी से बाहर निकला.. और बाहर अपनी लग्जरियस कार में  बैठ एक बड़े से सिक्योरिटी के काफिले के साथ.. उस शानदार विला से बाहर निकला.. गाड़ी में बैठे हुए उसके चेहरे पर एक अजीब सा सुकून और शांति थी..  कुछ ही देर में उसकी गाड़ियां  एक बड़ी से ऑफिस के बिल्डिंग के अंदर दाखिल होती है.. जहां बड़े-बड़े शब्दों में लिखा था..

… ” राठौर इंडस्ट्रीज.. वह इंसान अपनी आंखों पर ब्लैक शेड संभालते हुए  घड़ी में टाइम देखते हुए बाहर आया.. इस वक्त सुबह के लगभग 6 बज चुके थे.. .. अंदर आते ही  वह अपनी सिक्योरिटी से गिरा हुआ लिफ्ट के जरिए अपने ऑफिस के टॉप फ्लोर पर आया.. इस वक्त पूरे ऑफिस में कई सारे स्टाफ अपने काम में लगे हुए थे जब अचानक ही उन्हें अपने बॉस के आने का एहसास हुआ.. और वह एक के बाद एक घबराते हुए अपनी जगह से उठकर उसे ग्रेट करते हैं..” गुड मॉर्निंग सर,  गुड मॉर्निंग,  गुड मॉर्निंग सर..

… वह इंसान अपने एम्पलाइज की बात सुनते ही  अपने होठों पर एक हल्की सी मुस्कान के साथ बोल उठा.. ” good morning everyone go back to your work..

 और यह सुनते ही सभी एम्पलाई का मुंह खुला का खुला रह गया.. सभी अपनी फटी फटी हैरान आंखों से अपने बॉस को देख रहे थे, वह इंसान मिस्टर राठौर अपने गुड मॉर्निंग का बम सभी एम्पलाई पर फोड़ कर आगे बढ़ चुका था.. तो वही सभी एम्पलाई जो कि अब तक सदमे में थे एकदम से धडाम से अपनी-अपनी जगह पर बैठे और अपने अपने दिल पर हाथ रख कर बोले.. ” ओ माय गॉड अभी-अभी हमने जो सुना,..

…. ” हां क्या हमारे  boss mr खडूस  राठौर. ने हम लोगों को गुड मॉर्निंग का रिप्लाई किया..?. अरे जरा देखो सूरज पश्चिम से तो नहीं निकला..?.

 इतना कहना था कि सभी एंप्लोई जल्दी से दौड़कर बड़े से कांच के विंडो के जरिए सचमुच सूरज को देखने लगे.. और अगले ही पाल बोले.. ” सूरज तू अपनी जगह पर ही है,.. लेकिन लगता है हम लोग पैरेलल वर्ल्ड में आ गए हैं.. यह तो गजब हो गया लगता है जिंदगी में पहली बार आज हमारे boss का मूड बहुत अच्छा है.. 

 सभी एम्पलाई आपस में इतना कहना था, की तभी पीछे से एक कर्कश आवाज उन लोगों के कानों में गूंज उठी.. ” बस बहुत हो गया अपने-अपने कामों पर ध्यान दो.. ”  वरना यह सूरज तो अपनी जगह पर है   पर तुम लोग नहीं रहोगे.. जानते हो ना सर को अपने काम में गलतियां बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं होती..

 और यह शब्द सुनते ही सभी एंप्लोई घबराकर. एकदम से जल्दी-जल्दी अपने सीट पर बैठ गए.. की तभी वह शख्स अपने होठों पर एक हल्की सी मुस्कान लेकर खुद  निचले होंठ बाहर की तरफ निकल कंधे उचकाते हुए बोला.. ”  वैसे हैरानी वाली बात तो सचमुच है… लगता है नहीं मैडम का असर है.. 

 उस इंसान में इतना सोचा ही था  की तभी उसका मोबाइल फोन रिंग करता है उसने तुरंत फोन पर फ्लैश हो रहे हैं नाम को देखा और रिसीव किया.. ” yes sir.. “.

..” सर के बच्चे मुझे इतनी सुबह-सुबह ऑफिस बुलाकर खुद कहां गायब हो? जल्दी से जल्दी मेरे केबिन में आओ समझे..?.

.. ” जी सर मैं अभी डॉक्यूमेंट लेकर आता हूं..

 इतना कहकर वह आदमी जल्दी से घबराते हुए अपने हाथों में लिए हुए फाइल को लेकर केबिन की तरफ भागा.. कुछ ही देर में उसने एक ऑफिस के केबिन का दरवाजा नोक किया..

… ” yes come in.. “..

 एक कर्कश आवाज कमरे में गूंज उठी.. यह आवाज किसी और कि नहीं बल्कि मिस्टर राठौर की थी.. और तभी एक शख्स अपने होठों पर एक शरारती मुस्कान लिए कमरे में दाखिल हुआ.. ” और मेरे शेर क्या खबर है?. शादी की बहुत-बहुत मुबारक हो मेरे यार,

यह शब्द सुनते ही मिस्टर राठौर के फाइल के पन्ने  पलटते हुए हाथ रुक चुके थे.. उन्होंने तुरंत अपनी डार्क ग्रीन आंखें उठाकर सामने देखा तो  उनके सख्त चेहरे पर हल्की सी मुस्कान आई.. ” तू इस वक्त क्या कर रहा है? लगता है तुझे भी नींद नहीं आई इसीलिए तो सुबह-सुबह मुंह उठाय चला आया.. ” खैर आया है तो बैठ..

.. मिस्टर राठौर की बात सुनकर. वह इंसान जिसकी उम्र लगभग 27 साल होगी, लाइट ब्राउन हेयर,  नीली आंखें खूबसूरत गोरा रंग,हाइट लगभग 6.1.. बदन पर एक वाइट शर्ट और ब्राउन ट्राउजर पहने.. शर्ट के बाजू को एल्बो तक फोल्ड किया.. अंदर जाकर बिना कुछ बोले कुर्सी पर बैठा…

 और अपने सामने टेबल पर रखे हुए एक नेम प्लेट को पढ़ते हुए बड़े ही गुरुर के साथ बोला.. ” मिस्टर राठौर,

.. ” मिस्टर रुद्रांश प्रताप राठौड़,.. दुनिया के मोस्ट एलिजिबल बैचलर में से एक, बिलियन   ऑफ़ डॉलर के मालिक और राठौर इंडस्ट्री के इकलौते वारिस,. जिनकी एक झलक के लिए सिर्फ औरतें ही नहीं बल्कि मर्द भी बेताब रहते हैं.. ” जिनके खडूस चेहरे को देखकर कोई भी अपने पेंट गीली कर दे, जिसकी एक मुस्कान शायद ही दुनिया में किसी ने देखी हो… आज तो गजब ही हो गया उनका चेहरा बहुत खिला-खिला लग रहा है.. “ लगता है, भाभी जी ने कुछ ज्यादा ही .. खुश कर दिया मेरे यार को.. क्यों है ना?.

इतना कहकर वह इंसान मुस्कुरा रहा था.. जिस पर उसके सामने बैठा रुद्रांश प्रताप राठौड़.. अपने हाथ में ली हुई फाइल उस इंसान के सर पर मारते हुए बोला.. ” शट अप बकवास बंद कर, और बता इतनी सुबह-सुबह यहां क्या कर रहा है?. डॉन’टी टेल मी कि आज तुझे तेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं मिली. जो तू मेरा टाइम पास करने आ गया..

… अपने दोस्त मिस्टर राठौर की बात सुनते ही वह इंसान होठों पर तिरछी मुस्कान लिए बहुत ही रिलैक्स पोजीशन में कुर्सी पर टिक कर बैठते हुए दोनों हाथ सर के पास लगाकर बोला.. ” क्या यार, रुद्र लगता है तू मुझे ठीक से जानता नहीं है.. या फिर जानकर भी मुझे बहुत हल्के में ले रहा है.. तुझे याद होना चाहिए अगर तू इस देश का मोस्ट एलिजिबल बैचलर है तो मैं भी कुछ कम नहीं हूं.. ”  मेहरा ग्रुप ऑफ़ इंडस्ट्रीज का.. सेकंड द मोस्ट हैंडसम , अट्रैक्टिव पर्सनैलिटी  ” रोहन मेहरा”  हूँ. .  अपने खानदान का सेकंड चाइल्ड.. और करोड़ों का मालिक, क्या तुझे लगता है कि मुझे लड़कियों की कमी होगी या मुझे टाइम पास करने के लिए तेरे जैसे आदमी के पास आना होगा..?.

… अरे मैं तो यहां आया हूं ताकि अपने दोस्त का हाल-चाल पूछ सकूं.. ” और जान सकूं कि क्या उसकी जिंदगी का फर्स्ट एक्सपीरियंस बिल्कुल वैसा ही था जैसा उसने सोचा था.. या फिर यहां भी दिल के अरमां आंसुओं में बह गए?. चल बता ना यार शर्मा मत .. सब ठीक तो था ना तुझे तेरे सवालों के जवाब मिले या नहीं?. तेरा एक्सपेरिमेंट और प्लेन सक्सेसफुल हुआ या नहीं?.

 यह सुनते ही रुद्रांश प्रताप राठौड़, के सख्त चेहरे पर  चेहरे पर एक हल्की सी मुस्कान आ गई, कुछ पल के लिए वह नंदिनी के साथ हुई अपनी खूबसूरत मीटिंग को याद कर रहा था.. और उसके चेहरे की सुकून खुली हुई मुस्कान   देख कर रोहन  बिना कुछ कहे ही बहुत कुछ समझ चुका था.. और अगले ही पल वह खुश होकर तुरंत अपना हाथ बढ़ाकर   रुद्रांश का हाथ अपने हाथों में लेने ही वाला था..

… ” oh कंग्रॅजुलेशन  मेरे यार मुझे मालूम था तुझे…

 लेकिन इससे पहले वह रुद्रांश का हाथ पकड़ता रुद्रांश ने एक झटके में अपना हाथ पीछे ले लिया.. ” और अपनी घूरती हुई आंखों से रोहन को देखा तो रोहन को अपनी गलती का एहसास हुआ वह तुरंत अपनी जीभ बाहर निकाल कान पकड़ते हुए बोला.. ” ओह सॉरी मैं थोड़ा एक्साइटेड हो गया था.. बट तूने ग्लब्स तो पहन रखे हैं ना?.

 रोहन के सवाल पर, 

 रुद्र एक गहरी सांस लेकर अपनी जगह से उठ खड़ा हुआ और अपने पेट की पॉकेट में हाथ डालें बड़े से कांच के विंडो के सामने खड़े होकर बाहर का नजारा देखते हुए बोला.. ” so what?. तू अच्छे से जानता है यह ग्लव्स भी.. मेरी कंडीशन को रोक नहीं सकते.. यह सिर्फ एक टेंपरेरी रास्ता है जो  मुझे कुछ हद तक मेरी तकलीफ पर कंट्रोल रखने में मदद करता है.. ” मेरी ऐलर्जी मेरी तकलीफ,  के बीच यह ग्लव्स सिर्फ एक छोटा सा बैरियर है.. जो कब टूट जाए कोई भरोसा नहीं है, इसीलिए तो मैं लोगों से दूर रहता हूं…

यह सुनते ही रोहन, अपने चेहरे पर थोड़ी मायूसी लेकिन एक उम्मीद के साथ अपनी जगह से उठ खड़ा हुआ और रुद्र के बगल में आकर खड़े होते हुए बोला.. ” चिंता मत कर यार माना की अब तक तुझे तेरा इलाज नहीं मिला,  लेकिन मुझे लगता है कि आप तुझे इस बात की खुशी मनानी चाहिए.. कि इस दुनिया में कोई तो एक ऐसा है, जिसके तू करीब जा सकता है उसे छू सकता है उससे बातें कर सकता है.. ” लेकिन मुझे एक बात समझ नहीं आ रही, आखिर उस लड़की नंदिनी में..

 और इससे पहले रोहन आगे कुछ कहता रूद्र ने तुरंत उसे घूर कर अपनी आंखों से देखा.. उसके चेहरे के डार्क एक्सप्रेशन और आंखों का एक अजीब ही ओरा महसूस करते ही रोहन को अपनी गलती का एहसास हुआ और वह तुरंत अपने शब्दों को ठीक करते हुए बोला.. ” म.. म.. म.. मेरा मतलब है भाभी,.. भाभी में ऐसा क्या है जो…

.. “ईसी बात का जवाब तो मुझे भी जानना है.. और अब मैं इसका जवाब लेकर रहूंगा..

 उसने इतना कहा ही था कि तभी केबिन का दरवाजा नोक हुआ.. जिसकी आवाज सही रूद्र ने धीरे से पलट कर देखा.. तो एक लगभग 25 साल का इंसान अपनी मंडी अंदर डाल अपनी घबराती आवाज में बोला..

.. ” may I come in sir,..? सर वह आपकी मीटिंग आपके सभी बिजनेस क्लाइंट्स..

… ” hummm.. ”  रूद्र ने तुरंत कुर्सी पर टंगा हुआ अपना ब्लेजर उठाकर तेजी से अपने कदम आगे की तरफ बढ़ाते हुए कहा.. ” 

…. ”  राजवीर,..  सिटी हॉस्पिटल कॉल करो और उन्हें बताओ कि….

…. कहकर रूद्र ने अपने असिस्टेंट राजवीर को कुछ इंस्ट्रक्शन दिए, जिसे सुनकर राजवीर तुरंत हा में सर हिलाकर वहां से निकल लिया .. 

… 

Doston , agali chapter ke liye please Ghar Bhar Kar comment Karen thank u..

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