Episode 1
” तुम ऐसा कैसे कर सकती हो आंचल ?” ” तुम दोनों का रिश्ता पहले से ही तैय हो चुका है और अब तुम मुकर नहीं सकती इस रिश्ते से |”
ये आवाज एकदम गुस्से भरी और गरजती हुई थी | एक आदमी जो सामने खड़ी हुई लड़की पर चिल्ला रह रहा था और गुस्से से उससे बात कर रहा था | उस आदमी के माथे पर लकीरें उभरी हुई थी और ऐसा लग रहा था जैसे वो किसी बात से बहुत परेशान हो |
उस लड़की का ध्यान उस आदमी की बातों पर जैसे था ही नहीं , वो तो बस अपने फोन में लगी हुई थी और उस आदमी को इग्नोर कर रही थी |
उस आदमी ने दोबारा से उस लड़की के हाथ से फोन पकढ़ते हुए सामने बेड पर फेंक दिया और कहा , ” आंचल मैं तुमसे बात कर रहा हूं और तुम फोन में लगी हुई हो ? तुम्हें जरा सा भी एहसास है कि तुम्हारी इस हरकत की वजह से कितना बड़ा नुकसान हो सकता है तुम इस टाइम पर आकर शादी से नहीं मुकर सकती |
उस लड़की ने अपने फोन की तरफ देखा और फिर गुस्से से उस आदमी की तरफ घूरते हुए कहा , ” डैड क्या है ये आप ने मेरा फोन क्यों फेंका ?
उस आदमी ने गुस्से से बोला आंचल , “मैं तुमसे बात कर रहा हूं और तुम फोन में लगी हुई हो | तुम्हें पता भी है तुम इस शादी से मना कर के कितनी बड़ी गलती कर रही हो ?
आंचल , प्लीज डैड मुझे इस फ़ालतू टॉपिक पर कोई बात नहीं करनी और मैं उस अंधे से शादी करके अपनी जिंदगी बर्बाद नहीं कर सकती मैंने बोला ना आप उन को मना कर दीजिए |
उस आदमी ने बोला तुम जानती हो और ये फैसला तुम्हारी मर्जी से किया गया था पहले जब तुमने हां करी थी तो अब अचानक से आकर तुम मुकर नहीं सकती |
आंचल , क्योंकि तब वो अंधा नहीं था और ऐसा इंसान जिसके पास प्रॉपर्टी हो दौलत हो नाम खानदान और इतना दिखने में इतना handsome हो उसके साथ कौन लड़की शादी नहीं करना चाहेगी लेकिन अब जब उसके पास आंखें ही नहीं है तो मैं उसके साथ जिंदगी नहीं गुजार सकती | पूरी जिंदगी उसकी सेवा में नहीं निकाल सकती मैं और वैसे भी अभी तो वो लोग शादी के लिए 2 साल रुकने वाले थे ना और अब जब वो अंधा हो गया है तो उनको अचानक से शादी की पड़ गई |
उस आदमी ने दोबारा से कहा , ” आंचल तुम अच्छे से जानती हो कि आज हम अगर यहाँ पर है तो सिर्फ चौहान फॅमिली की वजह से और अगर इस बार हमने अचानक से कोई गलती करी या फिर तुम्हारे किसी बेवकूफी की वजह से उन लोगों का जरा सा नुकसान हुआ तो वह लोग हमें सड़क पर लाने में 1 मिनट भी नहीं सोचेंगे
आंचल में गुस्से से कहा दादा आप जानते हैं मैं उसे इंसान से किसी भी हालत में शादी नहीं करना चाहती और आप क्यों मुझे फोर्स कर रहे हैं और मुझे फर्क नहीं पड़ता वह लोग हम लोग के साथ क्या करेंगे लेकिन मैं एक अंधे इंसान के साथ लाइव नहीं गुजार सकती
इतना बोलकर आंचल ने अपना फोन वहां बेड से उठाया और रूम से बाहर निकल गई | आंचल के डैड वहीं पर खड़े हुए थे उन्होंने गुस्से से अपने सर पर हाथ रखा और बेड पर बैठ गए |
आंचल के डैड ने खुद से कहा , ये लड़की कितनी बड़ी बेवकूफी कर रही है लेकिन मैं क्या करूं ? ये शादी होना बहुत जरूरी है मुझे कैसे भी करके आंचल को समझाना पड़ेगा वरना हमारे पूरे परिवार को अभिनव चौहान के गुस्से से कोई नहीं बचा सकता |
तो आप ये सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि आंचल के पापा उसे किसी इंसान से शादी करने के लिए इतना फोर्स कर रहे थे जो इंसान देख नहीं सकता था और आखिर ऐसा क्या हुआ था की आंचल की अपनी पसंद की शादी से वो खुश नहीं थी और उस से शादी नहीं करना चाहती थी |
आंचल भारद्वाज मनीष भारद्वाज की छोटी बेटी थी जिसकी शादी आज से 1 साल पहले अभिनव चौहान चौहान ग्रुप के इकलौते वारिस के साथ तैय हुई थी | आंचल शुरू से ही अपने घर में सब की लाडली थी क्योंकि आंचल के पापा में से भारद्वाज ने दो शादियां करी हुई थी उनकी पहली बीवी मिसेज भारद्वाज की मौत क्यों बात उन्होंने दूसरी शादी करी जिस से उनको आज पैदा हुई | वो हमेशा से अपने मां-बाप की लाडली थी | वैसे तो उन की एक और बेटी थी लेकिन सौतेली होने की वजह से ना तो मिस्टर भारद्वाज की बीवी उसे पसंद करती थी और ना ही आंचल ने कभी उसे अपनी बहन माना था | इसीलिए उन लोगों ने अभिनव के साथ अपनी छोटी बेटी का रिश्ता तैय किया क्योंकि ये बहुत ही अच्छा रिश्ता था और आंचल ने भी तभी खुशी खुशी हां कर दी थी | शुरू में सब कुछ सही चल रहा था क्योंकि अभिनव चौहान शहर का एक जाना माना बिजनेसमैन था जिसका मुकाबला शहर में से अब तक कोई भी नहीं कर पाया था |
लेकिन कुछ महीने पहले कुछ ऐसा हुआ जिसके बाद एक्सीडेंट में अभिनव चौहान ने अपनी दोनों आंखें खो दी | उसके बाद से अभी तक उसकी आंखों का इलाज चल रहा है लेकिन बहुत कोशिश के बाद भी उसकी आंखें वापस नहीं आई | अब जब हर उम्मीद खत्म होने लगी तो चौहान फैमिली ने मिस्टर भारद्वाज शादी की डेट आगे बढ़ाने को कहा | क्योंकि वैसे तो ये शादी 2 साल बाद होने वाली थी लेकिन अभी अभिनव को किसी सहारे की जरूरत थी तो लोगों ने सोचा कि इस टाइम उसकी शादी कर देना सही रहेगा ताकि आंचल जाकर अभिनव को संभाल सके |
लेकिन जैसे ही आंचल को पता चला कि अब अभिनव दोबारा से देख नहीं सकता तो उसे एहसास हुआ कि वो उससे शादी नहीं कर सकती क्योंकि वो एक अपाहिज इंसान के साथ पूरी जिंदगी नहीं गुजार पाएगी | मिस्टर भारद्वाज को भी कुछ समझ नहीं आ रहा था कि आखिर वो क्या करे | उनके पास और कोई भी दूसरा रास्ता नहीं था | ना वो चौहान फैमिली को शादी से मना कर सकते थे और ना आंचल को मना पा रहे थे |
मिस्टर भारद्वाज के पापा और अभिनव के दादा मिस्टर चौहान दोनों की आपस में पहले से दोस्ती थी और जब मिस्टर भारद्वाज को बिजनेस में बहुत बड़ा नुकसान हुआ उस टाइम पर मिस्टर चौहान ने उसकी पूरी मदद करी जिसकी वजह से हमेशा भारद्वाज का बिजनेस आज एकदम सही चल रहा था |
” लेकिन तभी उन्होंने अभिनव के पापा मिस्टर भारद्वाज से वादा किया था कि वो अपनी बेटी का रिश्ता अभिनव के साथ करेंगे और ये बात आज से कई साल पुरानी है | आंचल के पापा कुछ भी नहीं कर सकते थे क्योंकि ये उनकी मजबूरी थी | उनका सिर्फ एक ही काम था कि वो कैसे भी करके आंचल को शादी के लिए मना ले |
आखिर कौन था अभिनव खुराना और क्या होने वाला है आगे ? क्या आंचल बचा पाएगी खुद को इस अनचाही शादी से या फिर कुछ और मोड़ होने वाला है कहानी का | क्या आंचल के मना करने के बाद अभिनव खुराना माफ कर देगा उसे और उसकी फैमिली को या फिर आंचल को करनी पड़ेगी उस से शादी ?
जानने के लिए आगे की कहानी पढ़ने रहे | नेक्स्ट चैप्टर में कल मिलते हैं तब तक के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया |