आज Angel One के शेयरों में लगभग 7% की गिरावट आई, और यह ₹2,280 के intra-day लो पर पहुंच गए। इसका मुख्य कारण कंपनी के तिमाही परिणामों में EBITDA मार्जिन में गिरावट और नेट प्रॉफिट में कमी बताई जा रही है।
Angel One का EBITDA मार्जिन तीसरी तिमाही में 500 बेसिस प्वाइंट गिरकर 39.3% हो गया, जबकि पिछले तिमाही में यह 44.4% था। इसके साथ ही कंपनी का नेट प्रॉफिट 34% घटकर ₹281 करोड़ पर आ गया। इसके अलावा, ब्रोकरेज की राजस्व में भी 17% की गिरावट देखी गई और यह ₹1,262 करोड़ पर आ गया। तीसरी तिमाही में ऑपरेटिंग प्रॉफिट (EBITDA) में भी 26% की गिरावट आई और यह ₹496 करोड़ हो गया।
हालांकि, कंपनी का नेट प्रॉफिट ₹281.47 करोड़ तक बढ़ गया, जो Q3 FY24 के ₹260.31 करोड़ से 8.13% की बढ़त है। इसका राजस्व ₹1,262.21 करोड़ तक बढ़ा, जो पिछले वित्तीय वर्ष की तीसरी तिमाही में ₹1,059.05 करोड़ था, यानि 19.18% की वृद्धि हुई।
परिणामों के प्रभाव को कम करने और निवेशकों को आकर्षित करने के लिए कंपनी ने ₹11 प्रति शेयर का अंतरिम डिविडेंड घोषित किया, जो ₹99.30 करोड़ के बराबर है। यह Q3 FY25 के कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट का 35.3% है। Angel One ने 21 जनवरी 2025 को रिकॉर्ड डेट घोषित की है, ताकि निवेशकों को इस डिविडेंड के लिए पात्रता तय की जा सके।
कंपनी के प्रदर्शन पर SEBI के द्वारा लागू किए गए नए नियमों का भी प्रभाव पड़ा, जिनके तहत खुदरा निवेशकों की F&O में भागीदारी को सीमित किया गया। इन नए नियमों के तहत मिनिमम कांट्रैक्ट साइज बढ़ा दिया गया, साप्ताहिक एक्सपायरी कम कर दी गई, प्रीमियम की अग्रिम वसूली की गई और कुछ लोकप्रिय कांट्रैक्ट्स को खत्म कर दिया गया।