Hit Me Hard | Episode -1

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Episode -1

हिमांचल प्रदेश, मंडी-

प्रताप मेंशन में सारे मेंबर्स चारों तरफ किसी को ढूंढ़ रहे थे और हर जगह सिर्फ और सिर्फ यही बात चल रही थी कि, आखिर कहर है कहां पर?

तभी सामने से एक आदमी जिनकी उम्र लगभग 50 से 55 साल की होगी, वो किसी से फोन पर बात करते हुए स्टेयर्स से उतरते हुए हॉल में आये। वो फ़ोन पर किसी से गुस्से में बोले- “आई वांट कहर, कहर है कहां? पता करो।”

तभी हॉल में सामने से एक और आदमी, जो उनके कम उम्र का था, वो वैसे ही फोन पर किसी से बात करते हुए एंटर हुआ- “हॉर्स रेस, कराटे स्टेडियम, बॉक्सिंग कोच, हर जगह पर ढूंढ़ो, कहर वहीं कहीं पर होगी। यू नो दैट आई वांट कहर, वो जहां पर भी होगी कुछ ना कुछ जरूर गड़बड़ कर रही होगी, कुछ ना कुछ उसने बवाल मचाया होगा।

फोन पर बात करते हुए दोनों ने एक दूसरे की तरफ देखा, और पहले आदमी ने दूसरे से कहा- “महेश, कुछ पता चला कहर कहां पर है?”

तो महेश ने ना में सिर हिलाते हुए कहा- “अखंड भैया अभी तक कहर का कुछ पता नहीं चला है, जहां जहां पर वो हो सकती थी, वहां वहां पर मैंने अपने आदमियों को क्लू दे दिया था लेकिन वो वहां पर भी नहीं है, पर आप चिंता मत कीजिए कहर मिल जायेगी।”

तभी पूजाघर की तरफ से हाथ में आरती की थाल पकड़े हुए एक औरत उनके पास आयी और बोली- “न जाने कहां पर है ये लड़की? पता लगाइए।”

तो अखंड जी जल्दी से बोले- “बरखा तुम प्लीज अपना मुंह बंद रखो।”

आपकी बेटी मिल नहीं रही है और आपको मेरा मुंह बंद करवाना है। मैं कुछ नहीं जानती उसे जल्दी से ढूंढ़ कर लाइए, उन लोगों के आने से पहले।

ये सुन के अखंड जी जल्दी से बोले- “हाँ, मैं पता लगा लूंगा मेरी बेटी कहां पर है। ?

ऐसा कहते हुए उन्होंने जल्दी से अपनी आंखों पर एक ब्लैक कलर का चश्मा पहन लिया, इतनी उम्र में भी वो काफी जवान लगते थे। फिर वो महेश को देखते हुए बोले- “साथ में चलो पता लगाना होगा कहर है कहां पर?”

ऐसा कहते हुए वो जल्दी से निकल गए, वहीं बरखा जी ने ऊपर की तरफ देखा और बोली- “हे भगवान बस ये लड़की जहां पर हो जल्दी से मिल जाए, ना जाने क्या कर रही होगी? मेरे घर में कोई भी इतना खतरनाक नहीं है, जितना ये लड़की है, हर दिन कोई ना कोई कांड करती रहती है, ना जाने आज किसका घर जला रही होगी?”

ऐसा कहते हुए बरखा जी उपर की तरफ जाने लगी लेकिन तभी उन्हें टीवी की आवाज आई ।

उन्होंने पलट कर देखा तो एक लड़का जिस की आगे 26 के आस पास रही होगी , चेहरे पर भरपूर एटिट्यूड के साथ हैंडसम भी।

उसने टीवी ऑन किया था रिमोट उसके हाथ में था और सामने न्यूज पर कार रेसिंग हो रही थी काफी सारे बॉयज एक्साइटेड थे लेकिन तभी अनाउंस हुआ की उस रेस की विनर एक लड़की थी।

न्यूज देखकर उस लड़के ने पलट कर बरखा जी को देखा और उन्हे इशारा कर टीवी देखने को कहा ।

बरखा जी ने टीवी देखा और बोली, ” अधीर जाओ इसे लेकर आओ ना जाने ये लड़की क्या करेगी ?”

ये सुनकर अधीर जो सामने खड़ा था उसने ना में सिर हिला दिया और वहां से निकल गया।

*****

वहीं दूसरी तरफ

एक कार रेस में बहुत सारी कार एक साथ स्पीड में रोड पर जा रही थी। सबकी स्पीड एक से बढ़कर एक थी और तभी उनमें से एक कन्वर्टिबल स्पोर्ट्स कार जो सी ग्रीन कलर की थी, वो एकदम से धूल उड़ाती हुई सभी कार्स को पीछे छोड़ती रोड पर दिखी, जिसे एक लड़की ड्राइव कर रही थी।

जिसके बाल कंधे से थोड़ा सा नीचे थे और भूरे कलर के थे। उसने अपनी आंखों पर ब्लू शेड्स पहना हुआ था, ग्रे कलर की जैकेट और ब्लू जींस में इस वक्त वो कहर ढा रही थी। तभी वहां के माहौल में लोगों की आवाज़ गूंजने लगी, कार रेस देखने आये लोग ज़ोर ज़ोर से चीयर कर रहे थे- “कहर कहर”

चीयर्स सुनकर उस लड़की ने धीरे से कहा, चल कहर अपना क़हर दिखा

जी हां ये कोई और नहीं प्रताप सिंह फैमिली की इकलौती बेटी कहर प्रताप सिंह थी

इतना कह कर उसने गाड़ी की स्टेरिंग को कस कर पकड़ लिया और क्लच पर पैर रखते ही अगला गेयर चेंज कर दिया। उसकी कार के आगे अभी भी 1-2 कार्स थीं। कहर ने जैसे ही एक पैर से क्लच छोड़ते हुए दूसरे पैर से अक्सेलरेटर दबाया, अब तो कार मानो हवा से बातें करने लगी थी। ऐसा लग रहा था कि कहर आगे चल रही दोनों कार्स को टक्कर मार देगी। स्पीड इतनी तेज थी कि आगे वाली दोनों कार्स के ड्राइवर्स ने डर के अपनी अपनी कार्स अलग अलग तरफ कर ली और कहर बीच में से बिजली की तरह आगे निकल गयी। आगे वाली कार्स के ड्राइवर्स घबरा के एक दूसरे को देखते रह गए।

एक झटके में कहर ने रेस को कंप्लीट कर लिया और फिर तेजी से ब्रेक मारते हुए उसने कार रोकी और स्टाइल से गॉगल उतारते हुए वो कार से बाहर आयी। इस वक़्त कुछ लोगों को छोड़ के हर एक की ज़ुबान पर बस एक ही नाम गूंज रहा था- “जिसके आगे नहीं पाया कोई ठहर, वो है कहर- कहर”

इस वक्त कहर के बाल हवा में लहरा रहे थे और होठों पर एक जंग जीतने वाली मुस्कान थी जो लोग अभी थोड़ी देर पहले तक बिल्कुल जीतने की कगार पर थे, पर अब कहर ने उन्हें हरा दिया था उनका मुंह बना हुआ था।

कहर ने मुस्कुरा कर ऊपर आसमान को देखते हुए कहा-

अपने हर लफ्ज में क़हर रखते हैं हम ,

तुझे तबाह करके तेरी तबाही में बर्बाद होने का दम रखते हैं हम।”

ऐसा कहते हुए उसके होठों पर एक तिरछी मुस्कान थी।

वो लड़के जिन्हें कहर ने हराया था, वो सब हैरान थे क्योंकि उन्हें भरोसा नहीं हो रहा था कि एक लड़की ने उन्हें कार रेस में हरा दिया था।

एक लड़का दूसरे को देखते हुए बोला- “ यार ये लड़की अपने आपको समझती क्या है, अकड़ तो देखो इसकी।”

ये सुनकर कहर ने अपने बालों को पीछे झटक दिया और अपने कदम बढ़ाकर उन लड़कों के पास आई और उन दोनों को देखते हुए बोली- “हे लूज़र्स, क्या हुआ, यही सोच रहे हो ना कि एक लड़की ने तुम्हें कैसे हरा दिया। अच्छा है सोचो सोचो, सोचने के थोड़ी पैसे लगते हैं। हा हा। ” ऐसा कहते हुए वो मुस्कुरा कर वहां से निकल गई।

इस वक्त उसके जितने भी चाहने वाले थे जितने भी उसे जीतते हुए देखना चाहते थे सबकी आंखों में एक चमक थी लेकिन कहर ने सबको इग्नोर कर दिया और थोड़ी दूर पर रखी टेबल में से पानी की बोतल उठा के पीने लगी। फिर उसने पूरी बोतल का पानी अपने फेस और बालों पर डाल दिया। इसके बाद कहर ने अपने बालों को हवा में लहराते हुए उसमें से पानी को उछाला और स्टाइल से फिर से उन लड़कों को देखते हुए बोली- “कहर प्रताप सिंह को हराना इंपॉसिबल है दोस्तों। वैसे एक मुफ्त की सलाह दूँ? तुम दोनों की स्पीड काफी बढ़िया थी लेकिन तुम्हारे अंदर डर था, और जो डर गया, समझो, हा हा। और कहर प्रताप सिंह किसी से नहीं डरती।”

वो ये सब कह ही रही थी कि तभी किसी ने उसका हाथ पकड़ कर उसे पीछे की तरफ खींच लिया,

कहर गुस्से में पलटते हुए चिल्लाई- “किसकी इतनी हिम्मत कि कहर का हाथ ,,,” वो इतना ही कह पायी थी कि, सामने खड़े शख्स को देख कर चुप हो गयी। सामने अधीर खड़ा था , उसका बड़ा भाई अधीर प्रताप सिंह।

उसे देख कर कहर सिर्फ इतना बोली- “भाई तुम यहाँ?” और फिर वो दूसरी तरफ मुड़कर जाने लगी, तभी अधीर उसे रोकते हुए गुस्से में बोला- “छोटी, कितनी बार कहा है तुझे कि ना जाने कितने दुश्मन हैं इस शहर में हमारे, बिना गार्ड्स के मत आया कर, लेकिन तुझे मेरी बात सुननी कहां है?”

कहर के लिए छोटी नाम सुन के थोड़ी दूर खड़े वो लड़के हंसने लगे, तो कहर को गुस्सा आ गया, और वो उनकी तरफ आंख दिखाते हुए बढ़ी कि अधीर ने उसे फिर से हाथ पकड़ के रोक लिया और उसका हाथ पकड़ के अपनी जिप्सी में बैठा दिया। कहर चिड़चिड़ाते हुए बोली- “भाई कितनी बार कहा है कि बाहर लोगों के सामने मुझे छोटी मत कहा करो, मेरी भी कुछ रेपुटेशन है बाहर।” ये सुन के अधीर हँसते हुए बोला- “रेपुटेशन,,हा हा।” फिर एकदम से गुस्से में आगे बोला- “छोटी, मेरा मतलब है कहर, सावधानी नहीं रखोगी तो जान से हाथ धोना पड़ सकता है, फिर रेपुटेशन का क्या अचार डालोगी। अब चुपचाप बैठी रहो मेरी छोटी।” ये सुन के कहर फिर चिढ़ी पर अभी कुछ नहीं बोली और चुपचाप बैठी रही और अधीर ने गाड़ी स्टार्ट करके वहां से आगे बढ़ा दी।

और उसके पीछे उसके कुछ गार्ड्स दूसरी जिप्सी में चल दिए।

अधीर ने ड्राइव करते हुए एक नज़र कहर को देखते हुए कहा , “you know that … डैड ने आज लड़के वालों को बुला रखा है तुझे देखने के लिए ! और लड़की कहां है? यहां रेस कर रही है और वो भी लड़कों के साथ, दिमाग खराब हो गया है तेरा?

ये सुनकर कहर वैसे ही जिप्सी में खड़ी हो गई और चिल्ला कर बोली – “भाई कितनी बार कहा है कि अभी मुझे कोई शादी वादी नहीं करनी है। मैंने कहा ना कि अभी मुझे बहुत कुछ करना है पूरे इंडिया पर राज करना है। आप से और डैड से भी बड़ी,, बिजनेस women बनना है। और भाई आप ! आपको तो मेरा साथ देना चाहिए और आप खुद डैड की साइड ले रहे हो, ये मेरा full and final decision है मैं कोई शादी वादी नहीं कर रही हूं।,,,,,और वैसे भी कहर जहर है उसे पीने वाला जिंदा नहीं बचेगा।”

इतना कह कर कहर खड़े खड़े ही गुस्से में सामने देखने लगी। तभी अधीर ने उसका हाथ पकड़ कर उसे सीट पर वापस बैठाया और उसके गुस्से को शांत करने के लिए मुस्कुरा कर कहा- “तुझे पता है कि ये सारे डिसीजन डैड लेते हैं, और रही बात बिजनेस की, तो तू करियो ना, वो थोड़े ही रोका है। और रही बात शादी की तो डैड ऐसे लड़के से तेरी शादी कराएंगे कि वो तुझे झेल सके।”

ये सुनकर कहर दोनो हाथों से अधीर को मारने लगी तो अधीर और ज़ोर से हंसने लगा।

कहर गुस्से में बोली- “आपको भी मेरा साथ नहीं देना ना, कोई नहीं मैं खुद कर लुंगी।

ये सुन कर अधीर ने हंसते हुए कहा – “अरे मेरी छुटकी, अरे कहर के कहर को रोकने के लिए साक्षात भगवन जी को आना पड़ेगा क्योंकि कहर का जहर तो वो ही पी सकते हैं ना।”

इस बार तो कहर ने पहले अधीर को घूर कर देखा और फिर दूसरी तरफ देखने लगी। अधीर उससे फिर कुछ कहता कि कहीं से गन फायरिंग की आवाज आई तो दोनों चौंक गए, कहर ने जल्दी से इधर उधर देखा पर कोई नहीं दिखा। तभी एकदम से अधीर के हाथ से गाड़ी का बैलेंस बिगड़ने लगा। उसने स्टेरिंग को बहुत सम्भालने की कोशिश की, पर कंट्रोल नहीं कर पा रहा था, जिप्सी एक घने पेड़ से टकराने वाली थी। कहर ने जल्दी से अधीर का हाथ पकड़ लिया और स्टेयरिंग को पूरी ताक़त से खींचते हुए बोली- “भाई stop...”

गाड़ी पेड़ के एकदम नज़दीक पहुँच के दूसरी तरफ मुड़ गयी, तब तक अधीर ने फुल स्पीड में ब्रेक पर पैर रख दिया और जिस्पी एक ही जगह पर पूरा राउंड घूम के एक बड़े से पत्थर के सामने हल्का सा टकराते हुए रुक गयी।

कहर बार बार आस पास देख रही थी लेकिन कहीं भी कोई दिखाई नहीं दे रहा था, किसी को समझ नहीं आ रहा था कि आवाज आई कहां से थी? अधीर ने पलट कर एक गार्ड को कुछ इशारा किया तो वो जिप्सी से उतर कर जल्दी से नीचे आया और जिप्सी के सामने से वो पत्थर हटाने लगा, लेकिन तभी एक बार फिर से फायरिंग हुई और वो गार्ड वहीं गिर गया क्योंकि फायरिंग उस पर ही हुई थी।

अब तो अधीर और कहर दोनों ही एक दूसरे को हैरानी से देखने लगे। तभी कहर गुस्से में जिप्सी से कूद गई और अपनी स्टाइल में बोली- “अबे कौन है बे, धतूरे के साइज का है क्या? जो सामने आने में मौत आ रही है! जब इतना ही डर लग रहा था तो आए ही क्यों? पीठ पीछे वार करना कायरों की निशानी है।”

ऐसा कहते हुए कहर बार बार इधर से उधर तक अपनी नजरें घुमा रही थी।

तभी एक दम से किसी ने पीछे से कहर के ऊपर वार किया लेकिन उसके पहले ही कहर ने बिना पलटे ही उसका हाथ पकड़ कर उसे आगे की तरफ पटक दिया और उसके सीने पर अपना पैर रख कर बोली- “तुझे क्या लगा कि कहर को इतनी आसानी से मात दे देगा?”

ऐसा कहते हुए कहर ने एक लात मारी, पर तभी अधीर ने उसे सामने देखने का इशारा किया। उसके इशारे पर कहर ने सामने देखा तो 10-15 आदमियों की एक टोली खड़ी थी।

ये देखकर कहर और अधीर ने एक दूसरे को देखा और फिर मुस्कुरा दिए। दोनों ही आगे आए और सबको देखने लगे। वैसे भी कहर को फाइटिंग का बहुत शौक था। आज वो अपना हाथ उन पर बरसाने वाली थी। अधीर और कहर ने तिरछी निगाहों से एक-दूसरे को देखा और एक साथ जंप करके सब के ऊपर टूट पड़े।

क्योंकि उनका एक गार्ड मारा गया था, तो बाकि दूसरी गाड़ी के ड्राइवर को मिला के इन दोनों के साथ 4 लोग और बचे थे। सामने दुश्मन पार्टी के लोगों ने एक-एक करके बाकि लोगों को भी घायल कर दिया। तो अब कहर और अधीर ही सबसे निपट रहे थे।

अधीर ने एक आदमी को गर्दन से पकड़ लिया और उससे पूछने लगा- “बता किसने भेजा है तुम लोगों को? बोल नहीं तो आगे बोलने के लायक नहीं रहेगा।” वो आदमी कुछ बोलता तभी उसका साथी पीछे से अधीर पर वार करने को हुआ, पर तभी कहर ने हवा में जम्प करके उसके फेस पर एक ज़ोरदार किक मारी, तो वो काफी दूर एक पेड़ से जा टकराया। कहर उसे गुस्से में देखते हुए बोली – “एक बार में बात समझ नहीं आती कि पीठ पीछे वार मत करना। पर तुम लोग लगता है,  ऐसे नहीं मानोगे।” इतना कह कर कहर, अधीर की तरफ देखते हुए ज़ोर से चिल्लाई- “भाई लगता है इनको हमारा डबल पंच दिखाना ही पड़ेगा।”

“हाँ छोटी, चल दिखाते हैं।”

क्या भाई फिर छोटी ! कोई न चलो पहले इनसे निपटें.. आपको तो मैं बाद में बताती हूँ।”

इसके बाद कहर और अधीर जैसे उन लोगों पर बम के गोलों की तरह बरस पड़े। ऐसा लग रहा था कि थोड़ी ही देर में ये सबको चित्त कर देंगे। कहर और अधीर लड़ते लड़ते एक घने पेड़ के पास आ चुके थे, तभी अचानक से दुश्मन गैंग के एक आदमी ने पेड़ के पीछे से एक रस्सी खींची और ज़मीन पर बिछे जाल में कहर और अधीर फंस के हवा में लटक गए। अब दुश्मन गैंग के सारे लोगों ने उन्हें चारों तरफ से घेर लिया और सब उन पर हंसने लगे। एक आदमी कहर से बोला- “अरे ओ कमसिन कली, बहुत बड़बड़ करे जा रही थी तब से। अरे तुम जैसी खूबसूरत लड़कियों को तो हमारे बॉस की बाहों में होना चाहिए।”

ये सुन अधीर भड़क उठा- “तेरी हिम्मत कैसे हुई मेरी बहन के लिए ऐसी बात बोलने की। कायरों एक बार ये जाल खोलो फिर बताता हूँ कि किसको किसकी बाहों में होना चाहिए।”

भाई इन डरपोंक लोगों की हिम्मत ही नहीं है हमसे लड़ने की, तभी तो ऐसे धोखे के साथ वार कर रहे हैं हम पर।

ये बातें सुन के दुश्मन गैंग के एक आदमी ने जिसके हाथ में हॉकी स्टिक थी, ज़ोर से अधीर के हाथ पर मार दी। अधीर की तेज चीख निकल आयी। कहर की आँखों में कहर बरसने लगा था अपने भाई की ऐसी हालत देख के, वो अपने आपको जाल से निकालने की कोशिश करने लगी। तभी एक आदमी जाल में से निकले हुए उसके हाथ को पकड़ के बोला- “बेबी तुम चाहो तो तुम्हें और तुम्हारे भाई को अभी छोड़ देंगे, बस तुम हमारा साथ दो तो।”

अपने हाथ पर उसका हाथ टच होते देख कहर ने दूसरे हाथ के नाखून उस आदमी के हाथ पर गड़ा दिए, जिस पर चीखते हुए वो अपने जेब से गन निकाल के उसकी तरफ चलाने को हुआ तभी हवा में लहराता हुआ एक डंडा आके उसके हाथ पर लगा। और एकदम से जम्प करता हुआ कोई इन लोगों के और कहर के बीच आकर खड़ा हो गया।

सभी उस इंसान को देख कर शॉक्ड हो गए।

4 thoughts on “Hit Me Hard | Episode -1”

  1. Amazing start ☺️☺️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️👏👏

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