2024 में भारतीय शेयर बाजार ने विभिन्न क्षेत्रों में मिश्रित प्रदर्शन दिखाया, जहां कुछ उद्योगों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया, वहीं कुछ उद्योग पिछड़ गए। एसीई इक्विटी से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, बीएसई रियल्टी और बीएसई हेल्थकेयर इंडेक्स 2024 में प्रमुख प्रदर्शनकर्ता रहे हैं, जिन्होंने 18 दिसंबर 2024 तक 40 प्रतिशत का वर्ष दर वर्ष (YTD) रिटर्न दिया।
रियल्टी और हेल्थकेयर का शानदार प्रदर्शन:
2024 में रियल्टी (रियल एस्टेट) और हेल्थकेयर क्षेत्र ने अपने निवेशकों को अच्छा रिटर्न दिया। बीएसई रियल्टी और बीएसई हेल्थकेयर इंडेक्स ने 40 प्रतिशत तक का शानदार रिटर्न दिया, जो इस साल के सबसे प्रमुख क्षेत्रों में से एक थे।
रियल्टी सेक्टर में मांग में वृद्धि और नई परियोजनाओं की संख्या में इज़ाफा हुआ, जिससे इस क्षेत्र में लगातार सुधार देखा गया। इसके अलावा, हेल्थकेयर क्षेत्र ने कोविड-19 महामारी के बाद से अपनी स्थिति को मजबूत किया है, और इसके बाद भी मांग में वृद्धि बनी रही है, जिससे स्वास्थ्य देखभाल कंपनियों ने अच्छा लाभ कमाया।
FMCG सेक्टर का संघर्ष:
वहीं FMCG (फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स) सेक्टर को 2024 में कुछ संघर्ष का सामना करना पड़ा। इस क्षेत्र में बढ़ती लागत और उपभोक्ता खर्चों में कमी के कारण कंपनियां दबाव में रही हैं। FMCG सेक्टर के प्रमुख स्टॉक्स ने अपेक्षाकृत कम रिटर्न दिखाया, जिससे यह क्षेत्र इस साल पीछे रह गया।
2025 के लिए क्या है आगे?
2025 में भारतीय शेयर बाजार के लिए मिश्रित दृष्टिकोण होने की संभावना है। रियल्टी और हेल्थकेयर क्षेत्र से सकारात्मक प्रदर्शन की उम्मीद है, जबकि FMCG सेक्टर के लिए चुनौतियां बनी रह सकती हैं। इसके अलावा, टेक्नोलॉजी, ऑटोमोटिव, और ऊर्जा क्षेत्र में भी निवेशकों को बेहतरीन अवसर मिल सकते हैं, खासकर यदि वैश्विक बाजारों में स्थिरता बनी रहती है।
2025 में निवेशकों को विभिन्न क्षेत्रों में विविधीकरण की रणनीति अपनाने की सलाह दी जा सकती है, ताकि वे तेजी से बदलते हुए बाजारों का अधिकतम लाभ उठा सकें।