साँप और गिद्ध की कहानी

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एक दिन एक गिद्ध और एक साँप एक ही पेड़ के नीचे सो रहे थे। साँप को गिद्ध ने कहा, “तुम मेरे जैसे उड़े बिना क्या करोगे? यह जंगल बहुत बड़ा है।” साँप ने उत्तर दिया, “मैं जमीन पर चलता हूँ, और अपनी गति से मैं जंगल को अच्छे से समझता हूँ।”

गिद्ध ने मजाक किया और कहा, “तुम तो केवल खुद को ही जानते हो, मैं तो हवा में उड़ता हूँ और पूरे जंगल को देखता हूँ।” लेकिन एक दिन जंगल में एक बड़ा तूफान आया, और गिद्ध हवा में उड़ने के बजाय पेड़ के नीचे छिपा। उसी समय साँप ने आराम से जमीन से अपनी दिशा चुनी और तूफान के दौरान सुरक्षित स्थान पर चला गया।

कहानी से शिक्षा: यह कहानी हमें यह सिखाती है कि हर किसी की ताकत अलग होती है, और हमें अपनी ताकत को पहचान कर उसी के अनुसार कार्य करना चाहिए।

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