बेंगलुरू के एक टेक्नीशियन अतुल सुबाश की दुखद आत्महत्या के बाद उनकी मां ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है, ताकि वह अपने पोते की कस्टडी प्राप्त कर सकें। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने अतुल सुबाश की मां की ओर से दायर की गई एक हैबियस कॉर्पस याचिका पर सुनवाई की और उत्तर प्रदेश, हरियाणा और कर्नाटक सरकारों को नोटिस जारी किए हैं। यह नोटिस अतुल के चार और आधे साल के बेटे की कस्टडी को लेकर जारी किए गए हैं।
अतुल सुबाश ने इस महीने की शुरुआत में आत्महत्या कर ली थी, जिसके बाद उनका परिवार गहरे शोक में डूब गया। उनकी मां अब अपने पोते की कस्टडी के लिए अदालत का दरवाजा खटखटा रही हैं, ताकि उनका पोता सुरक्षित रह सके और उसे अच्छे परिवेश में पालन-पोषण मिल सके।
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल सुनवाई की आवश्यकता जताई है और संबंधित राज्यों से जवाब मांगा है। यह मामला उन परिवारों के लिए भी एक अहम उदाहरण बन सकता है जो इस तरह के संवेदनशील मुद्दों पर न्याय की उम्मीद रखते हैं।
अतुल सुबाश के बेटे की कस्टडी को लेकर यह कानूनी लड़ाई अब न्यायालय में अपनी अगली सुनवाई की ओर बढ़ रही है, और यह देखना होगा कि कोर्ट इस मामले में क्या निर्णय लेता है।