बीबेक पांगेनी, जो कि जॉर्जिया विश्वविद्यालय में भौतिकी और खगोलशास्त्र के पीएचडी छात्र थे, ने ब्रेन कैंसर से लंबी और कठिन लड़ाई के बाद 32 वर्ष की आयु में अपने प्राणों की आहुति दी। उनका निधन अमेरिका के एक अस्पताल में हुआ। बीबेक पांगेनी और उनकी पत्नी श्रीजना सुभेदी ने अपनी प्रेरणादायक वीडियो के जरिए लाखों लोगों का दिल जीता, जिनमें उन्होंने अपने संघर्ष को साझा किया और उम्मीद की किरण दिखाई।
बीबेक को 2022 में चौथे चरण का ब्रेन कैंसर (मैलिग्नेंट ब्रेन ट्यूमर) डायग्नोज़ हुआ था और वह अमेरिका में कीमोथैरेपी ले रहे थे। इस दौरान उनकी पत्नी श्रीजना ने उन्हें हर कदम पर सहारा दिया और उनकी देखभाल में कोई कसर नहीं छोड़ी। दोनों ने सोशल मीडिया पर अपनी जद्दोजहद को साझा किया, जिससे लाखों लोग प्रेरित हुए।
बीबेक और श्रीजना की प्रेरणादायक यात्रा
बीबेक और श्रीजना की यात्रा एक संघर्ष और उम्मीद की कहानी बन गई। श्रीजना ने एक वीडियो में साझा किया था कि जब डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि बीबेक को सिर्फ छह महीने का समय बचा है, तो यह खबर उनके लिए बहुत कठिन थी। बावजूद इसके, श्रीजना ने अपने पति की देखभाल में पूरी तरह से समर्पण किया और हर मुश्किल घड़ी में उनका हौसला बढ़ाया।
श्रीजना ने बताया कि वह इस समय को एक चुनौती की तरह देखती थीं, जिसमें उन्होंने बीबेक के साथ हर पल को जीने की कोशिश की। हालांकि, कैंसर के इलाज की प्रक्रिया बेहद कठिन थी, लेकिन दोनों ने इसे एक संघर्ष के रूप में लिया और कभी हार नहीं मानी।
बीबेक का निधन और उनके प्रति सम्मान
बीबेक के निधन की खबर पूरे इंटरनेट पर फैल गई, और उनके साथ बिताए गए समय को याद करते हुए लोगों ने श्रद्धांजलि दी। उनकी पत्नी श्रीजना को भी बहुत प्यार और समर्थन मिला, क्योंकि उन्होंने इस कठिन समय में बीबेक का साथ दिया। बीबेक का जीवन हमें यह सिखाता है कि चाहे परिस्थितियां कितनी भी कठिन क्यों न हों, उम्मीद और प्यार से हर मुश्किल को पार किया जा सकता है।
बीबेक और श्रीजना की यह कहानी उन सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई है, जो जीवन के कठिन समय में संघर्ष कर रहे हैं। उनकी जद्दोजहद ने यह साबित किया कि किसी भी बीमारी या कठिनाई से लड़ने के लिए हिम्मत और प्यार की आवश्यकता होती है।
बीबेक पांगेनी का निधन एक शोकपूर्ण घटना है, लेकिन उनकी यात्रा और संघर्ष ने हमें यह सिखाया कि जीवन की कठिनाइयों से जूझने के लिए हमें उम्मीद और मजबूत इरादे की जरूरत होती है। उनकी कहानी और उनकी पत्नी श्रीजना का समर्पण हमें सिखाता है कि प्यार और संघर्ष से कोई भी मुश्किल आसान हो सकती है।